अजमेर। जिले के बोराड़ा कस्बे से सटे रिंगनोट के जंगल में एक नरकंकाल बिखरा मिला है। इससे हड़कम्प मच गया। आसपास मिले कपड़ों के आधार पर मृतक की शिनाख्त भी हो गई है। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने कंकाल परिजन को सौंप दिया। पुलिस और ग्रामीणों का मानना है कि मृतक युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था। उसे जानवरों ने नोंच-नोंचकर खा लिया।
दरअसल तीन-चार दिन से बोराड़ा में यह चर्चा आम थी कि रिंगनोट के जंगल में कंकाल पड़ा है। ग्रामीणों की सूचना पर सोमवार को बोराड़ा पुलिस ने जंगल में खोजबीन की लेकिन कुछ नहीं मिला।
मंगलवार को खुद ग्रामीणों ने तलाश करने की ठानी और निकल पड़े। कई बीघा क्षेत्र में फैले जंगल में काफी खोजबीन के बाद जब ग्रामीणों को इधर-उधर बिखरी हड्डियां और नरमुंड नजर आया। साथ ही आसपास धोती, साफा, जूतियां आदि पड़े मिले। इस पर ग्रामीणों ने मौके पर पुलिस को बुला लिया।
पुलिस को कुछ लोगों ने बताया कि ग्राम काशीर से दो-तीन माह पूर्व बलराम पुत्र हीरा जाट लापता है। इस पर पुलिस ने काशीर में संबंधित परिवार को बुलवाया। मौके पर पहुंचे परिजन ने कपड़े व जूतियों के आधार पर नर कंकाल की शिनाख्त बलराम के रूप में की।
परिजन का कहना है कि बलराम की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। वह इधर-उधर ही घूमता रहता था। दो-तीन माह पूर्व वह एकाएक ही घर से लापता हो गया था। हो सकता है जंगल में भूख-प्यास के कारण वह अचेत हो गया और फिर जानवरों ने उसे नोंच खाया।