भीलवाड़ा-चित्तौडग़ढ़। जिले के पारसोली थानाक्षेत्र के कालाजी का झूंपड़ा गांव में शुक्रवार सुबह जमीन विवाद को लेकर तीन भाइयों ने मिलकर अपने ही चचेरे भाई की निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद गुस्साए मृतक के परिजनों ने शव का हत्यारों के घर में ही दाह संस्कार कर दिया। ग्रामीणों में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। जिस कारण सभी आरोपी फरार हो गए हैं। पारसोली थानाधिकारी इंद्रसिंह ने बताया कि गांव में शुक्रवार को सुबह इंद्रमल कुमावत (30) अपने भाई के साथ खेत पर जाने के लिए निकला तभी रास्ते में उसके काका बंशीलाल और चचेरे भाइयों गोपाल, रामेश्वर व कमलेश से लंबे समय से चल रहे भूमि विवाद को लेकर कहासुनी हो गई। इसी दौरान इंद्रमल कुमावत के काका बंशीलाल और उसके तीन पुत्रों ने दोनों भाइयों के साथ मारपीट शुरू कर दी एवं कुल्हाड़ी से वार कर दिए। इस दरमियान कुल्हाडी के वार से घायल इंद्रमल कुमावत का भाई मौके से भाग छुटा और चारों आरोपियों ने इंद्रमल को घेरकर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिये, जिससे उसकी गर्दन कटकर लटक गई और उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस ने चाचा बंशीलाल को अरेस्ट कर लिया।
आरोपियों के घर में ही किया दाह संस्कार
इंद्रमल की मौत के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और इस दौरान आरोपी व उनके घर के सभी लोग फरार हो गये। मृतक के परिजनों की सूचना पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इधर घटना के बाद गांव में सन्नाटा छा गया और हर कोई घटना को लेकर गुस्साया नजर आया। पोस्टमार्टम के बाद शव को लाते समय परिजनों और ग्रामीणों ने शव अंतिम संस्कार के लिए मोक्षधाम ले जाने के बजाय आरोपियों के घर पर ही रखकर बीच बरामदे में चिता सजाकर अंतिम संस्कार कर दिया। इस अप्रत्याशित घटना से पुलिस फिर मौके पर पहुंची और वहां जमा लोगों को हटाया लेकिन तब तक मृतक का अंतिम संस्कार हो चुका था। हालात तनावपूर्ण और कहीं आग की लपटें दूसरे घरों को चपेट में न ले लें, इसे देखते हुए मुख्यालय से दमकल भी मंगाई गई और अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया।
आक्रोशित हुए ग्रामीण, गिरफ्तारी की मांग
गांव में जवान व्यक्ति की हत्या और इस घटना के बाद ग्रामीण उत्तेजित हो गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। हालात ये हुए कि ग्रामीण और पुलिस आपस में उलझ गए और ग्रामीणों ने जमकर पुलिस से कहासुनी की। तनावपूर्ण हालात देखते हुए जिला मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिसबल मंगवाया गया। इधर, पुलिस ने काका बंशीलाल, की पत्नी राधा, उसके पुत्र गोपाल, रामेश्वर व कमलेश को नामजद कर उनकी तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है।
एक दिन पूर्व जताया था जान पर खतरे का अंदेशा
भिचोर पंचायत के कालाजी का झूंपड़ा गांव के निवासी इंदरमल कुमावत और उसके काका के बीच लंबे समय से शामलाती भूमि का विवाद चल रहा था। इस बीच मृतक इंदरमल कुमावत ने बिजली का कनेक्शन भी ले लिया। गत दिनों बिजली का बिल आधा-आधा भरने को लेकर विवाद हो गया। जिस पर आरोपियों ने बिजली का बिल भरने से इंकार कर दिया। इसी बात को लेकर झगड़ा चल रहा था। बताया जाता है कि एक दिन पूर्व इंदरमल कुमावत ने पारसोली थाने में अपनी जान पर खतरा बताते हुए प्रार्थना-पत्र पेश किया था, लेकिन पुलिस द्वारा उसे गंभीरता से नहीं लिया गया। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो हत्या जैसी गंभीर घटना टल सकती थी।