अजमेर। कुछ दिन पहले नागौर जिले के बिदियाद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का चुनावी रथ बिजली के तारों से टकराने की घटना से भी अजमेर के प्रशासन ने सबक नहीं लिया है। बुधवार को अजमेर शहर में निकली मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गारंटी यात्रा का रूट मैप बनाने वालों ने जबरदस्त लापरवाही बरती।
केसरगंज बाटा तिराहे पर संकरी जगह पर गारंटी यात्रा की बस फंस गई। गनीमत यह रही कि सीएम गहलोत उस बस में सवार नहीं थे, अन्यथा उन्हें भी बस में फंसना पड़ता।
गहलोत की गारंटी यात्रा को देखते हुए और शाह के रथ के साथ हुए हादसे के मद्देनजर प्रशासन ने यात्रा रूट क्लीयर कराने की दो तक खूब मशक्कत की। टाटा पावर की टीमों ने रास्ते में लटके विद्युत तार ऊंचे किए। यात्रा की पूर्व रात्रि प्रकाश रोड नगरा पर कई पेड़ों की बड़ी बड़ी डालियां कटवा दी गईं। सारे ताम झाम करने के बावजूद यात्रा रूट बनाने में गच्चा खा गए।
दरअसल, केसरगंज पुलिस चौकी मार्ग से बाटा तिराहे पर आते ही स्टेशन रोड गली में तब्दील हो गया है। सड़क के बीचों बीच एलिवेटेड रोड बनने और सड़क किनारे दुकानों की चबूतरों के कारण यहां दिनभर वैसे ही जाम के हालात बने रहते हैं। ऊपर से गारंटी यात्रा का रूट तय करने वालों ने इस मार्ग में लंबी बस गुजारना तय कर दिया। नतीजतन बस फंस गई।
काफी दूर तक लगा जाम
गारंटी यात्रा के बाकी वाहन तो आगे निकल गए लेकिन बस वही फंस गई। इससे काफिला दो हिस्सों में बंट गया। मार्टिण्डल ब्रिज और ब्यावर रोड से आने वाला ट्रैफिक पूरी तरह जाम हो गया। काफी देर तक परेशानी के बाद ट्रैफिक को एलिवेटेड रोड के ऊपर से गुजारा गया।