अजमेर। जिले की अरांई तहसील के ढसूक गांव में खजाने के लालच में ऐतिहासिक किले की खुदाई का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक हजार साल पुराने किले में खजाना छिपा होने के लालच में समाजकंटकों ने किले के एक हिस्से में खुदाई कर बुर्ज को क्षतिग्रस्त कर दिया। अलबत्ता धन तो नहीं मिला लेकिन कई दिनों से चल रहे खुदाई के खेल का पता चलते ही ग्रामीणों में रोष फैल गया।
किले में ही चामुंडा माता मंदिर भी है। मन्दिर विकास समिति ने मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल मंदिर के पुजारी को हटाकर दूसरे पुजारी को लगाया गया है।
माताजी मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष गोविंद नारायण नामा ने बताया कि संभवत किसी तांत्रिक के चक्कर में गढा धन के लालच में समाजकंटकों ने यह वारदात अंजाम दी है। बुर्ज की खुदाई करना मुश्किल काम है। सीढ़ी लगाकर लगातार खुदाई की जा रही थी। मामले की जांच की जा रही है।
बताया जाता है कि पुजारी रामदेव के पुत्र दुर्गालाल को किले में बुर्ज क्षतिग्रस्त नजर आया। इसके पास ही पक्के फर्श को तोड़कर खुदाई की गई।
करीब 3-4 ट्रॉली मलबा निकालकर पास ही बुर्ज की खाई में डाला गया। संभवतः खुदाई कई दिनों से चल रही थी, जिसमें आधा दर्जन लोगों के शामिल होने का अनुमान है।