अलवर। राजस्थान के अलवर के राजकीय महिला चिकित्सालय में प्रसूता के बच्चे बदलने को लेकर परिजनों ने हंगामा कर दिया बाद में चिकित्सकों की समझाइश से यह मामला शांत हुआ।
अस्पताल में हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल प्रशासन की मदद से परिजनों को समझाइश कर मामले को शांत कराया। प्रसूता के परिजन पूरणमल यादव ने बताया कि उनके छोटे भाई मुकेश यादव की पत्नी अनीता को आज सुबह महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया।
दोपहर करीब 12 बजे के आसपास प्रसूता के डिलीवरी हुई जहां कागजों में लड़का लिखा हुआ था जबकि परिजनों को लड़की दे दी गई। उन्होंने बताया कि इसके लिए जब हॉस्पिटल प्रभारी डॉ श्याम बिहारी झारेडा से बात की तो उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद परिजनों ने वहां हंगामा खडा कर दिया।
वहीं दूसरी ओर वार्ड कर्मचारी सुषमा ने बताया कि प्रसूता की 11.55 बजे पर डिलीवरी हुई उसी दौरान प्रसूता के साथ महिला संतोष को लड़की को सुपुर्द कर दिया था। इसके बाद सभी जगह फीमेल लिखा गया लेकिन बच्ची के फुटप्रिंट लेने के दौरान गलती से मेल लिख दिया जिसके कारण परिजनों को गलत फहमी हो गई ओर उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया जबकि प्रसूता को लड़की ही हुई है।