जयपुर। स्पेशन आपरेशन ग्रुप की टीम ने राजधानी जयपुर में नकल करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उनके 6 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
एसओजी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक करण शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम ने मालवीय नगर थाना क्षेत्र में
रविवार देर रात कार्यवाही करते हुए गिरोह के दस सदस्यों को हिरासत में लिया है। यह गिरोह पुलिस परीक्षा को लेकर नकल करवाने से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि इस नकल मामले में कुछ परीक्षक और संस्थान वाले भी शामिल हो सकते हैं।
राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप टीम के अनुसार गिरोह अभ्यर्थियों से रुपए लेकर नकल करवाने का काम करता है। मामले की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी थाने पहुंच गए और आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। बताया जाता है कि जयपुर में पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ में अभी पुलिस भर्ती परीक्षा में नकल की बात सामने आई है।
एसओजी के अनुसार हरियाणा के युवाओं को पास करवाने के लिए इस गिरोह ने ठेका लिया था और इस गिरोह के सदस्यों ने मालवीय नगर के उस परीक्षा सेंटर संचालक से मिलीभगत करके नकल करवाने का काम किया जा रहा था।
सेंटर संचालक भी हरियाणा का बताया जा रहा है। पहली बार उसे परीक्षा का सेंटर दिया गया है। गिरोह के सदस्यों ने पूरे सेंटर को हाईजैक कर रखा था। इस सेंटर के बराबर एक होटल में सेंटर जितना कम्प्यूटर सेंटर खोल लिया। होटल से ही नकल में शामिल युवाओं की परीक्षा प्रश्नों को हल किया जा रहा था।
बतादें कि पूरे प्रदेश में एक सप्ताह पहले ही आॅन लाइन कांस्टेबल भर्ती परीक्षा शुरु हुई है, जो मई के प्रथम सप्ताह तक चलेगी। इस गिरोह के पकड़े जाने से इस परीक्षा पर सवालिया निशान लगने लगे है।
ऐसे कराते थे नकल
सेंटर पर परीक्षा देने वाला युवक सिर्फ कम्प्यूटर खोल कर बैठा रहता था और दिखावे के तौर पर की बोर्ड चलाता रहता, लेकिन उसके प्रश्न होटल में बैठे गिरोह के सदस्य करते रहते। गिरोह के सदस्यों ने पांच से दस लाख रुपए परीक्षा पास करवाने का ठेका लिया है और इसमें बड़ी हिस्सेदारी मालवीय नगर के अपेक्स सर्किल स्थित सरस्वती इन्फोटेक कम्प्यूटर लैब के संचालक की है। एसओजी इनसे पूछताछ कर रही है कि वे अब तक कितने लोगों को नकल करवा चुके हैं।