अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिले के ब्यावर में पुलिस ने प्रतिबंधित खैर की लकड़ी ले जा रहे ट्रक चालक और खलासी का अपहरण करके फिरौती मांग ने वाले तीन अपह्रर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने नकली पुलिस वाले बनकर ट्रक चालक-खलासी को किडनैप किया था।
पुलिस अधीक्षक जगदीशचंद्र शर्मा ने बताया कि ब्यावर सदर थाने पर गुप्त सूचना मिली कि अवैध रूप से तस्करी कर लाई जा रही चंदन की लकड़ियों से भरा ट्रक राजमार्ग पर होटल साहिल पर खड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो ट्रक चालक एवं खलासी मौके पर नहीं मिले। ट्रक बैंगलोर से अजमेर आना बताया गया।
उन्होंने बताया कि इस पर पुलिस काे शक हो गया और मामले की जांच की तो पता चला कि चालक एवं खलासी को कुछ लाेग स्कार्पियो गाड़ी से अपहरण करके कहीं ले गए हैं और उनसे फिरौती मांगी जा रही है।
पुलिस ने साइबर टीम की मदद से उनका पता लगाया तो उनके मरुधरा फ्लैट्स बिल्डिंग होने की जानकारी मिली। इस पर पुलिस दल ने तुरंत दबिश देकर उक्त भवन को चारों ओर से घेर लिया। भवन की तलाशी ली गई तो एक फ्लैट में चालक एवं खलासी बंद मिले जिनकी दो अपह्रर्ता निगरानी कर रहे थे। पुलिस ने तुरंत दोनों को दबोंच लिया। उनकी निशानदेही पर एक और अपहरणकर्ता को पकड़ लिया गया।
शर्मा ने बताया कि अपह्रर्ताओं की पहचान चेतन एडमिन (42), अंकित जैन (26) और विजय जाट के रूप में हुई। प्रतिबंधित लकड़ी ले जाने के आरोप में मैसूर निवासी चालक मोहम्मद आमिर और हसन खान को भी गिरफ्तार कर गया गया।
उन्होंने बताया कि ट्रक बैंगलोर से लाया गया था। बदमाशों को इस ट्रक में चंदन की लकड़ी होने की जानकारी थी, लिहाजा उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया। जांच कराने पर लकड़ी खैर की पाई गई। बताया जा रहा है कि उन्होंने ट्रक मालिक से हवाला के जरिए 17 लाख रुपए वसूल लिए।
शर्मा ने बताया कि बरामद लकड़ियों का कुल वजन करीब साढ़े पांच हजार क्विंटल है जिसकी बाजार में कीमत 80 लाख रुपए बताई गई है। मामले की जांच की जा रही है।