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ऐतिहासिक आनासागर खतरे में, मुख्यमंत्री को लिखा खुला पत्र

 

आदरणीय श्री अशोक गहलोत,
मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार,
जयपुर।

विषय – विश्व में पर्यटन के साथ-साथ ऐतिहासिक वे धार्मिक महत्व रखने वाली अजमेर की शान आना सागर तालाब को 1947 के फैलाव क्षेत्र में परिवर्तित कराने बाबत ।

महोदय,
उपरोक्त विषय में सादर निवेदन है की आनासागर झील अजमेर का हृदय है वह जब ह्रदय में घाव होता है तो आदमी जीवित रहकर भी मृतप्राय हो जाता है यही स्थिति आज पर्यटन के क्षेत्र में वह धार्मिक व ऐतिहासिक क्षेत्र मैं अपना विशेष महत्व रखने वाली आनासागर तालाब की है ।
आजादी के समय 1947 मैं इसका भराव क्षेत्र बहुत ही व्यापक था यहां तक की मैंने अपनी आंखों से देखा 1980 में भी यह आज से करीब और क्या 8 गुना अधिक क्षेत्र में फैली हुई थी । आज इसके चारों तरफ भयानक रूप से हो रहे अतिक्रमण के बाद ऐसा लगता है यह तालाब नहीं होकर कोई छोटी तलैया बन गई है और कोई आश्चर्य नहीं कि अगर इसी प्रकार अतिक्रमण होता रहा तो यह तालाब की जगह एक बावड़ी बनकर रह जाएगी ।
कोड में खाज का काम मैं खाज का काम तो जिला प्रशासन के देखरेख में हो रहे स्मार्ट सिटी योजना के तहत बन रहे पांचवें में हो रहा है करीब 30 40 साल से चारों तरफ हो रहे अतिक्रमण को वह भराव क्षेत्र में पूरे शहर से निर्माण का मलवा यहां तक की नगर परिषद निगम द्वारा शहर से एकत्रित किया जाने वाला कचरा वक्त भी लगातार इस तालाब में डाला जाता रहा इस तालाब क्षेत्र में अतिक्रमण की शुरुआत महावीर कॉलोनी के पीछे अतिक्रमण से हुई जो अभी भी जारी है इसी प्रकार जी मॉल, होटल मानसिंह, गोविंदम समारोह स्थल , ईंटों के कई भट्ठे, गूंगे बहरो की स्कूल के पास का क्षेत्र, तेलीवाड़ा व विश्राम स्थली का भाग भराव क्षेत्र में आता था । इनकी शीघ्र ही सैकड़ों व्यवसायिक निर्माण हो चुके हैं जो इस आना सागर तालाब के मुकुट को चोट पहुंचा रहे हैं ।

महोदय यह निर्माण करना आमजन की हिम्मत नहीं थी, इसकी पहल सबसे पहले राजस्थान हाउसिंग बोर्ड ने, भराव क्षेत्र में कॉलोनी काटकर की । जब सरकार की एजेंसी ने ही यहां कॉलोनी काट दी तो आसपास के क्षेत्र में भू माफियाओं ने आनासागर क्षेत्र के खातेदारों से मिलकर ओने पौने दामों में जमीन खरीद कर प्लॉट बेचना चालू कर दिया उल्लेखनीय है कि यह कहा जता रहा है की “आनासागर की भरी हुई जमीन सरकार की व खाली जमीन थोक तेलीयान की” इस तकरीर का फायदा उठाकर व सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से आनासागर क्षेत्र में मलवा में कचरा भरकर पानी रहित कृत्रिम जमीन बनाई जाती रही व कब्जे होते रहे । आज भी महावीर कॉलोनी के पीछे व देवनारायण मंदिर के पीछे व उसके पास में पिछले करीब 5 साल में करीब 150,000 से ज्यादा डंपर व ट्रक से मलवा इसमें डाला जाता रहा है व सैकड़ों बीघा जमीन पानी से मुक्त कर ली गई ।

बीच में नगर निगम अजमेर की जुझारू आयुक्त सूश्री चिन्मयी गोपाल ने भरे हुए मलबे को एक सीमा तक वापस निकालने का प्रयास किया था ,लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों व जनसेवकों की अतिक्रमणकारियों से मिलीभगत के चलते उनके इस प्रयास को निष्फल कर दिया ।

अब यही अधिकारी जिला कलक्टर को भ्रमित करके स्मार्टसिटी योजना के तहत पाथवे का निर्माण इस प्रकार टेढ़ा – मेडा करवा रहे हैं जिससे सभी अतिक्रमण जो भू माफियाओं ने करके अरबों रुपए कमाए है व आज भी कमा रहे हैं वह भविष्य के लिए कृत्रिम जमीन तैयार की जा रही है वह जायज हो जावेगी ।

आज भी देवनारायण मंदिर के पीछे जो सैकड़ों बीघा जमीन में मलवा डाला गया है उसे व गोविंदम पहले से रीजनल कॉलेज विश्राम स्थली होते हुए महावीर कॉलोनी के पीछे से होते हुए लव कुश गार्डन के पीछे तक करीब हजारों बीघा जमीन से मलबा खाली नहीं करवा कर उसके बाहर से पाथवे बताया जा रहा है व जो अधिकारियों द्वारा भू माफियाओं से मिलीभगत करके बनाई गई योजना प्रतित होती है ।

महोदय 1990 से अजमेर में नगर परिषद व नगर निगम में लगातार भारतीय जनता पार्टी का बोर्ड रहा है इस बीच ज्यादातर समय भारतीय जनता पार्टी के नेता ही नगर सुधार न्यास काबिज रहे हैं । 1998 को छोड़कर लगातार भारतीय जनता पार्टी के ही विधायक काबिज रहे हैं ।
मेरा आपसे अनुरोध है कि यह सब तो नहीं लेकिन ज्यादातर ने इस तालाब को मिटाने में आंख मुंद कर अथवा चांदी काट कर अपनी महती भूमिका निभाई है ।


इसलिए वर्तमान में पाथवे को सही दिशा में बनवाने के निर्देश देते हुए 1990 से आज तक के निर्माणों की व उसकी अवैधानिक रूप से स्वीकृति देने वाले या बिना स्वीकृति के होते हुए निर्माण पर आंख बंद करके मौन स्वीकृति देने वाले ,सभी अधिकारियों कर्मचारियों व महापौर, सभापति व अध्यक्षों के साथ-साथ इस क्षेत्र में लगने वाले वार्ड का जो भी पार्षद रहा हो उसकी निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच कराई जाए व दोषी पाए जाने पर दंडित किया जाए ।

माननीय, किसी तालाब की सारी मछलियां गंदी नहीं होती लेकिन एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है । इसलिए स्वच्छ मछलियों को छोड़कर गंदी मछलियों को नष्ट किया जाए याने की भ्रष्ट लोगों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए ।
ऐसा मेरा आपसे सादर अनुरोध है ।

भवदीय

प्रताप सिंह यादव,
पूर्व पार्षद व निवर्तमान उपाध्यक्ष,
अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी, अजमेर । 1293, गजेंद्र देवेंद्र विला,
कमला बावड़ी रोड,
गंज, अजमेर ।
मो 9929533341
9785222333