सन्तोष खाचरियावास @ अजमेर
नए-नए मुख्यमंत्री बने भजनलाल शर्मा ने चंद महीनों में ही परिपक्वता का पेड़ा चख लिया है, अब वे पूरे फॉर्म में हैं। यूपी से आती गर्म हवाओं से ऊर्जा लेकर योगी स्टाइल में नकल माफिया के ठिकानों पर बुलडोजर चलवा चुके हैं। कभी पम्पिंग स्टेशन पहुंचकर आम जनता को पेयजल किल्लत से बचाने की हिदायत दे रहे हैं तो कभी अलग-अलग रेंज के पुलिस महानिरीक्षकों की मीटिंग लेकर कानून व्यवस्था की पालना कराने के निर्देश दे रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को उन्होंने अजमेर आईजी लता मनोज कुमार को लताड़ लगाई।
सीएम ने अजमेर रेंज में अवैध माइनिंग रोकने में विफल रहने पर आईजी मैडम की जमकर क्लास लगाई। आईजी मैडम को यह फटकार उनके मातहतों की वजह से लगी। आए दिन अखबारों में अवैध बजरी खनन, अवैध पत्थर खनन और अवैध खनिज खनन माफिया के किस्से प्रकाशित हो रहे हैं।
पुलिस थानों और चौकियों के सामने से बेधड़क होकर अवैध बजरी से भरे डंपर दौड़ रहे हैं, मगर पुलिस ने आंखें मींच रखी हैं। दिखावे के लिए कभी-कभार अवैध खनन स्थल पर छापा मारा जाता है तो वहां केवल एकाध वाहन पकड़े जाते हैं। रपट डाल दी जाती है कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही अवैध खनन माफिया फरार होने में कामयाब हुए। यही प्रेस नोट अखबारों में भी भिजवा दिया जाता है और उनमें यह वैसे का वैसा छप भी जाता है।
… भला यह पुलिसिया स्टोरी सम्भव है?? क्या पहाड़ों पर पुलिस को गच्चा देकर आसानी से भागा जा सकता है? क्या पुलिस को यह मालूम नहीं होता कि कौन-कौन लोग अवैध खनन में लिप्त हैं? जानकार मानते हैं कि पुलिस सब-कुछ अच्छी तरह से जानती है। एक-एक अवैध खनन माफिया की और उसके वाहनों की कुंडली पुलिस के पास मौजूद है। यह कुंडली दिखाकर नियमित रूप से भेंट दक्षिणा भी वसूली जा रही है।
जानकारों की तरह यह बात सीएम भी जानते हैं और इसी वजह से उन्होंने आईजी मैडम को लताड़ लगाते हुए पूछा- पुलिस के आने से पहले ही अवैध खनन माफिया क्यों भाग जाते हैं, उन्हें आपके आने की इत्तला पहले कैसे मिल जाती है?
-जाहिर है सब भेंट दक्षिणा का खेल है।
सीएम ने इस बात पर भी फटकार लगाई कि अवैध खनन वाले इलाकों में चुनिंदा पुलिस वाले बरसों से एक ही जगह क्यों पोस्टेड हैं, उन्हें इधर-उधर क्यों नहीं भेजा जाता।
-जाहिर है भेंट दक्षिणा का ऊपर तक बंटवारा होता आया है।
ताज्जुब की बात यह भी है कि सीएम की फटकार के बावजूद अभी तक कोई पुलिसिया तबादला सूची जारी नहीं हुई है। दो दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक किसी अवैध खनन स्थल पर छापा भी नहीं मारा गया है।