अजमेर। रामगंज थाना क्षेत्र के कंचन नगर में स्थित मस्जिद में हुए एक हमले में मौलवी मोहम्मद माहिर की दर्दनाक हत्या हो गई. मृतक उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के निवासी थे और पिछले 8 सालों से अजमेर में रह रहे थे. उन्हें करीब 6 महीने पहले ही कंचन नगर मस्जिद के मौलवी की गद्दी सौंप दी गई थी. मृतक मस्जिद के पास स्थित मदरसे में बच्चों को इस्लामी शिक्षा देते थे.
घटना के वक्त मौलवी के साथ 6 बच्चे भी मौजूद थे.तीन नकाबपोश हमलावरों ने हमला किया और मौलवी को लाठियों से पीट-पीट कर उनकी निर्ममता से हत्या कर दी. मौलवी के साथ सो रहे सभी बच्चे उनकी चीखे सुन जागे. मौलवी को बचाने के लिए जैसे ही सभी ने शोर मचाया हैं, लेकिन हमलावरों ने उन्हें भी धमकी देकर चुप करवा दिया. फिर फरार हो गए.
वहीं बच्चो की चीखों को सुन कर आस पास के लोग इक्कठा हुए और बच्चों ने उन्हें घटना के बारे में बताया. इसके बाद लोगों ने तुरंत रामगंज थाना पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही, पुलिस टीम पहुंची और उपयुक्त कार्रवाई की.
बच्चों से पुलिस पूछताछ में बच्चों ने बताया कि मस्जिद के पीछे वाले रास्ते से तीनों हमलावर आए और तीनों के हाथों में डंडे थे. आते ही उन्होंने मौलाना पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया. इसके बाद तीनों बदमाश उसी रास्ते से फरार हो गए.
इमाम के कातिलों को गिरफ्तार करने की मांग
वारदात को लेकर मुस्लिमों में रोष है। उन्होंने कल रामगंज थाने और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मृतक के परिजन को 2 करोड़ रुपए मुआवजा राशि की मांग की।
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मौलवी की हत्या का विरोध जताया. उन्होंने कातिलों को फौरन गिरफ्तार करने की मांग की है.
उनका कहना है कि 24 घंटे गुजर जाने के बावजूद अजमेर पुलिस अब तक हत्यारों को तलाश नहीं कर पाई है. हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं.