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अजमेर में मची रामनाम की लूट!


51 अरब रामनाम महामंत्र की परिक्रमा
रामनाम बैंक में पंजीयन कराने वालों की भीड़
अजमेर। 51 अरब हस्तलिखित राम नाम की परिक्रमा का पुण्य देशभर से रामभक्तों को अजमेर खींच रहा है। साथ ही श्रद्धालुओं में रामनाम धन संग्रह (बैंक) का सदस्य बनने की होड़ मची हुई है।
अयोध्या नगरी (आजाद पार्क) में इन दिनों रामनाम महामंत्र परिक्रमा का आयोजन चल रहा है। इसमें भाग लेने देशभर से श्रद्धालु अजमेर आ रहे हैं। परिसर में ही संचालित कार्यालय में रामनाम धन संग्रह (बैंक) की ओर से श्रद्धालुओं को पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं जिनमें उन्हें राम नाम लिखना होता है।
28000 से ज्यादा सदस्य बने
रामनाम धन संग्रह (बैंक) से जुड़े बालकिशन पुरोहित बताते हैं कि अब तक 28000 से ज्यादा श्रद्धालु इस अनोखे बैंक के सदस्य बन चुके हैं। श्रद्धालु 131 रुपए देकर सदस्यता ले सकते हैं। इसके बाद उन्हें मात्र 6 रुपए मुद्रण शुल्क के बदले एक पुस्तिका उपलब्ध कराई जाती है। इस पुस्तिका में श्रद्धालुओं को रामनाम लिखना होता है। जब पुस्तिका भर जाती है तो वह जमा कराकर दूसरी पुस्तिका ले सकते हैं।


84 लाख रामनाम लिखना होता है
पुरोहित ने बताया कि एक श्रद्धालु को अपने जीवन काल में 84 लाख बार रामनाम लिखना होता है। एक पुस्तिका में 25000 बार राम नाम लिखा जा सकता है। इस लिहाज से 336 पुस्तिकाओं में 84 लाख बार रामनाम लिखा जा सकता है। 84 लाख बार रामनाम लिखने से वह 84 लाख योनियों में भटकने के झंझट से मुक्त हो जाता है। 84 लाख बार रामनाम लिखने से श्रद्धालु ब्रहमांड के साढ़े तीन करोड़ तीर्थों का पुण्य हासिल करता है।
उत्साह से बन रहे सदस्य
रामनाम परिक्रमा में शामिल होने देशभर से आ रहे श्रद्धालु रामनाम बैंक के सदस्य बनकर अपने साथ रामनाम पुस्तिकाएं ले जा रहे हैं। पुस्तिकाएं भरने पर वह डाक से बैंक में भेज देंगे और यहां से उन्हें नई पुस्तिकाएं डाक से भेज दी जाएगी। रामनाम धन संग्रह (बैंक) का मुख्यालय अजमेर में स्थित है। इसकी कई शाखाएं देश के विभिन्न स्थानों पर स्थापित कर दी गई है। श्रद्धालु अपनी सुविधा के अनुसार जहां चाहे, वहां पुस्तिकाएं जमा करा सकते हैं।

रामनाम की परिक्रमा
परिक्रमा स्थल पर 51 अरब हस्तलिखित राम नाम वाली पुस्तिकाओं को मंच पर रखा गया है। श्रद्धालु पूरी आस्था से उनकी परिक्रमा कर पुण्य के भागी बन रहे हैं।
अयोध्या नगरी का रूप
आजाद पार्क को अयोध्या नगरी का स्वरूप प्रदान किया गया है। परिक्रमा मार्ग में भगवान श्रीराम का जीवन चरित्र दर्शाया गया है।


नित नए धार्मिक आयोजन
परिक्रमा पांडाल में रोज भजन-कीर्तन, सत्संग आदि धार्मिक आयोजन हो रहे हैं। सुंदरकांड पाठ, महाआरती व भजन संध्या नियमित हो रही है।
बच्चे बने रामलला
परिक्रमा स्थल पर मंगलवार को बच्चों के लिए राम बनो प्रतियोगिता आयोजित की गई। यह प्रतियोगिता तीन वर्गों के लिए हुई। 6 महीने से 2 वर्ष तक, 2 वर्ष से 5 वर्ष तक एवं 5 वर्ष से 9 वर्ष तक के बालक बालिकाओं ने राम, कृष्ण आदि देवताओं के रूप धरे। यह प्रतियोगिता श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केन्द्र रही।