अजमेर। विधानसभा चुनाव की तिथियां नजदीक आने के साथ ही विभिन्न संगठनों के आंदोलनों और प्रदर्शनों का सिलसिला भी जोर पकडता जा रहा है। शुक्रवार को विद्यार्थी मित्र शिक्षक संघ और ग्राम पंचायत सहायक संघ के बैनर तले प्रदेशभर से जुटे सैकडों विद्यार्थी मित्रों तथा पंचायत सहायकों ने स्थाई किए जाने की मांग दोहराते हुए स्वाभिमान रैली निकाली तथा मानव श्रंखला बनाकर सरकार को चेतावनी दी।
आंदोलनकारी विद्यार्थी मित्रों ने शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी के निवास पर भी जोरदार प्रदर्शन किया। राज्य के 33 जिलों से आए विद्यार्थी मित्रों ने कलेक्ट्रेट के पास से बजरंगगढ स्थित विजय स्मारक तक रैली निकाली तथा मानव श्रंखला बनाकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र चौधरी ने कहा कि वर्तमान में सत्ता पर काबिज राजे सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी तो इस सरकार को सत्ता में फिर नहीं आने देंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सरकार बनने की पहली वर्षगांठ पर विद्यार्थी मित्रों को स्थाई करने के लिए विद्यालय सहायक भर्ती निकाली थी।
लेकिन नियमों में कमियों के कारण ये भर्ती सुप्रीमकोर्ट में उलझ कर रह गई। इधर, सरकार के पांच साल पूरे होने जा रहे हैं लेकिन कानूनी अडचनों के चलते भर्ती सुप्रीमकोर्ट में अब तक अटकी हुई है। इससे प्रदेश के विद्यार्थी मित्रों तथा पंचायत सहायकों में आक्रोश व्याप्त है।
यह रैली सरकार को चेतावनी भरा संदेश है कि वह हमारी मांगे पूरी करे तथा सुप्रीमकोर्ट में लगी कानूनी अडचनों को दूर कर विद्यार्थी मित्रों को स्थाई करने की प्रक्रिया को अंतिमरूप दें अन्यथा हम इस सरकार को आगामी चुनाव में सबक सिखएंगे।
विद्यार्थी मित्र सुमन शर्मा ने कहा कि सीएम राजे ने हमें स्थाई करने का वादा किया था। हम सरकार पर भरोसा करते गए लेकिन हमें बेरोजगार कर दिया गया। मुफलिसी के चलते अब तक 47 विद्यार्थी मित्र आत्महत्या कर चुके हैं, इसका जिम्मेदार कौन है। क्या हमने इसीलिए इस सरकार पर भरोसा जताया था।
आमजन की तरह हम भी चुनाव में वोट करते हैं। हम सरकार बनाते हैं तो गैर जिम्मेदार सरकार को उखाड फेंकना भी हमें आता है। ये सरकार तानाशाही तरीके से हमारे आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है। हमारे हौसले बुलंद हैं और हम अपना हक लेकर रहेंगे।