जयपुर। वर्ष 2007 में अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में हुए बम धमाके के फैसले की घड़ी आ गई है।
दरगाह बम विस्फोट मामले में एनआईए कोर्ट के जज दिनेश गुप्ता 25 फरवरी को सुनाएंगे फैसला।
इस बहुचर्चित मामले में आरएसएस प्रचारक इंद्र कुमार का नाम जुड़ने से राजनीति गरमा गई थी। साध्वी प्रज्ञा और असीमानंद का नाम आने से मामला और हाई प्रोफाइल हो गया था।…जारी….