जोधपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सर्राफा व्यापारियों की पिछले कई दिनों से चल रही हड़ताल पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा है कि यह हड़ताल दिनों-दिन प्रदेश के कोने-कोने में फैलती जा रही है। इसके कारण छोटे-बड़े कर्मी ही नहीं बल्कि आम आदमी को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को सर्राफा कारोबारियों से बातचीत कर समस्या का अविलम्ब समाधान निकालना चाहिए। गहलोत ने यहां जारी एक बयान में कहा कि एक्साइज ड्यूटी लगाने के विरोध में देशभर में चल रही सर्राफा कारोबारियों की हड़ताल को समाप्त कराने के लिए कोरा आश्वासन देने के अलावा केन्द्र द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया है। इसके कारण प्रतिदिन करोड़ों रुपयों का नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही आभूषण खरीदने वाले भी परेशान हो रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्राफा कारोबार से जुड़े व्यापारी, क्रेता और विक्रेता के साथ देश के करोड़ों छोटे कारीगरों की रोजी-रोटी इस हड़ताल के कारण संकट में पड़ गई है। गहलोत ने कहा कि कन्फैडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने एक्साइज ड्यूटी लगाने के प्रस्ताव को खुदरा आभूषण बाजार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) लाने की सरकार की तैयारी करार दिया है जबकि ऑल इंडिया बुलियन, ज्वैलर्स, स्वर्णकार फैडरेशन ने तो सरकार पर 39 लाख करोड़ के इस कारोबार को नष्ट करने का गंभीर आरोप लगाया है।