हैदराबाद। एक तरफ सुप्रीम कोर्ट की इजाजत तो दूसरी तरफ 1800 से ज्यादा क्षत्राणियों के जौहर की धमकी। चार राज्यों की भाजपा सरकारें धर्मसंकट में। 180 करोड़ में बनी फिल्म पद्मावत सदी की सबसे विवादित फ़िल्म बन चुकी है। इसी विवाद की आग में मुस्लिम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने विवादित बयान का तड़का लगाया है।
आल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लीमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हिंदी फिल्म ‘पद्मावत’ को ‘मनहूस’ बताते हुए मुलमानों से इसे न देखने की अपील की है।
वारंगल शहर में बुधवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि पद्मावत’ एक मनहूस और गलीज फिल्म है। अल्लाह ने तुम्हें जीवन में कुछ अच्छी चीजें करने के लिए बनाया है, जो कि सदियों तक याद की जाए। इस फिल्म को देखकर युवा अपना समय और पैसा बर्बाद न करें।
मालूम हो कि राजपूत समाज सहित हिंदुओं के एक बड़े वर्ग ने पद्मावत की रिलीज के विरोध में झंडा उठा रखा है। चित्तौड़ में 1800 से ज्यादा क्षत्राणियों ने चेतावनी दे रखी है कि पद्मावत रिलीज हुई तो वे खुद को अग्निकुंड में समर्पित कर जौहर करेंगी।
उधर, मुस्लिम वर्ग ने भी उपचुनाव के मद्देजनर फिल्म पर रोक की मांग कर रखी है जबकि सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश में पद्मावत रिलीज करने का आदेश देने के साथ ही राज्य सरकारों को सिनेमाघरों एवं दर्शकों की सुरक्षा के निर्देश भी दिए हैं।
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