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चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में BJP की करारी हार, कांग्रेस को मिली संजीवनी

सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव के नतीजे से बीजेपी को करारा झटका लगा है। रविवार को हुई मतगणना में कांग्रेस प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी ने सत्तारूढ़ भाजपा प्रत्याशी शंकरदयाल त्रिपाठी को 14 हजार से ज्यादा मतों से पराजित कर पार्टी का कब्जा बरकरार रखा।

राज्य में विधानसभा चुनाव के ठीक एक वर्ष पहले हुए इस उपचुनाव में कांग्रेस की जीत से पार्टी को एक तरह से संजीवनी मिली है। कुछ माह पहले भिंड जिले के अटेर विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस के हाथों भाजपा को पराजय का सामना करना पडा है।

कांग्रेस के परंपरागत गढ़ चित्रकूट में कांग्रेस प्रत्याशी चतुर्वेदी ने पूरे उन्नीस दौर की गणना के बाद 66 हजार आठ सौ 10 मत हासिल किए और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के त्रिपाठी को 52 हजार 600 से अधिक मतों में ही संतोष करना पड़ा। इस प्रकार चतुर्वेदी 14 हजार से अधिक मतों से विजयी घोषित किए गए। कांग्रेस प्रत्याशी की बढत एक बार तो बीस हजार से अधिक हो गई थी लेकिन मतगणना के अंतिम दौर में बढ़त का अंतर कम हो गया। चित्रकूट में कुल बारह प्रत्याशी थे, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच ही रहा।

कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के साथ ही प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर सैकडों पार्टी कार्यकर्त्ता और नेता एकत्रित हो गए और उन्होंने ढोल बाजों के साथ अपनी खुशी का इजहार किया। अनेक कार्यकर्ता नृत्य करते हुए भी नजर आए। 

राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने पराजय स्वीकारते हुए कहा कि हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी।

 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पार्टी की विजय पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि यह सभी नेताओं के समन्वित प्रयासों और कार्यकर्त्ताओं की लगन का परिणाम है। इस विजय पर वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ ने भी खुशी जताते हुए कहा कि राज्य में अब लोग भाजपा के शासन से तंग आ चुके हैं। यह नतीजे इस बात की पुष्टि करते हैं।

भाजपा ने स्वीकार की हार

भाजपा मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव का औपचारिक नतीजा घोषित होने के पहले ही पार्टी की पराजय स्वीकारते हुए कहा कि जनादेश का स्वागत है। हम अपनी हार के कारणों की समीक्षा करेंगे।

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