जामनगर। टीम इंडिया के स्टार आलराउंडर क्रिकेटर रविन्द्र जाडेजा के परिवार में लगता है मतभेद अथवा कम से कम गहरा राजनीतिक मतभेद उभर आया है।
उनकी पत्नी रीवाबा के पिछले माह सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने के बाद आज उनकी सबसे बड़ी बहन नैनाबा ने विधिवत मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का दामन थाम लिया। मजेदार बात यह है कि जाडेजा परिवार के इस गृहनगर में अब भाभी (रीवाबा) और ननद (नैनाबा) परस्पर विरोधी दलों के लिए प्रचार भी करेंगी।
जाडेजा की दो बहनों (दोनों उनसे बड़ी) में से बड़ी नैनाबा, जो अविवाहित हैं और पहले यहां सरकारी जीजी अस्पताल में बतौर नर्स काम कर चुकी हैं, नैनाबा ने यहां कालावड़ में कांग्रेस के एक कार्यक्रम में आज पिता अनिरूद्धसिंह जाडेजा की मौजूदगी में पार्टी का दामन थाम लिया।
इस मौके पर पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के पूर्व नेता तथा पिछले माह ही कांग्रेस में शामिल हुए हार्दिक पटेल भी मौजूद थे। नैनाबा ने गत फरवरी माह में राजनीति में पदार्पण करते हुए नवगठित ऑल वूमन्स पार्टी का दामन था।
उन्होंने कहा कि उनके पिता ने हालांकि स्वयं कांग्रेस का दामन नहीं थामा है पर उनके निर्णय को अपना नैतिक समर्थन दिया है। वह गुजरात की सभी 26 सीटों पर 23 अप्रेल को होने वाले लोकसभा चुनाव में जामगनर के कांग्रेस प्रत्याशी मुलू कंडोरिया के समर्थन में प्रचार भी करेंगी। उन्होंने अपनी भाभी के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
ज्ञातव्य है कि जाडेजा का परिवार मूल रूप से गुजरात के जामनगर का निवासी है पर यह राजकोट में भी बसा हुआ है जहां परिवार का क्रिकेट के थीम पर बना मशहूर रेस्त्रां जड्डूस स्थित है। इसका संचालन दोनों बहनें ही करती रही हैं।
जाडेजा की इंजिनयरिंग की छात्रा रही रीवाबा अप्रेल 2016 में शादी हुई थी और दोनों को जून 2017 में एक पुत्री हुई थी। रीवाबा पद्मावत फिल्म के हिंसक विरोध के कारण चर्चा में आई राजपूत करणी सेना नाम के संगठन की महिला शाखा की गुजरात प्रभारी पिछले साल अक्टूबर में बनी थीं और गत तीन मार्च को उन्होंने विधिवत यहां भाजपा का दामन थाम लिया था।
उन्होंने स्वयं को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बड़ा प्रशंसक बताया था। भाजपा ने जामनगर लोकसभा सीट पर निवर्तमान महिला सांसद पूनम माडम को इस बार अपना प्रत्याशी बनाया है।