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कांग्रेस ने चुनाव घोषणा पत्र में कॉलेज छात्रों को स्मार्टफोन देने का किया वादा

मेेंगलुरू। कर्नाटक में आगामी 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस ने शुक्रवार को जारी अपने घोषणा पत्र में राज्य में 14 वर्ष तक की आयु के बच्चाें को निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा उपलब्ध कराने, किसानाें की आमदनी दुगनी करने तथा 18 से 23 वर्ष की आयु के कालेज जाने वाले छात्रों को स्मार्ट फोन देने का वादा किया है।

 

पार्टी ने 52 पेजों के इस घोषणा पत्र में किसानों खेतिहर मजदूरों और कृषि क्षेत्र से जुडें अन्य लोगों की आधारभूत जीविकोपार्जन स्थितियां सुनिश्चित करने के लिए एक वैधानिक कृषक आमदनी आयोग गठित करने का आश्वासन दिया है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अोर से जारी किए गए इस घोषणा पत्र में किसानों काे फसलों के उत्पादन, आधारभूत ढांचे और आैद्याेगिक क्षेत्रों पर ध्यान देेने की बात कही गई है।

इस घोषणा पत्र को जनता का घोषणा पत्र करार देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि पार्टी के सत्ता में आने के बाद इसके हर वादे को पूरा किया जाएगा और पार्टी ने 2013 के घाेषणा पत्र केे सभी वादों को क्रियान्वित कर दिखाया है।

इस मौके पर गांधी ने कहा कि पिछले चुनावों की तरह इस बार मेरी तथा पार्टी नेताओं की यही प्रतिबद्वता है कि हम अपने सभी वादों को पूरा करेंगे और पिछली बार किए गए वादों को 95 प्रतिशत तक पूरा कर लिया गया है और कांग्रेस की सोच महात्मा बासावन्ना वाली है।

महात्मा जी ने कहा था कि आप जो कहते हो उसे पूरा कर दिखाओ और हम उन्हीं के विचारों को लेकर आगे बढ़ने में विश्वास करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने विचारों को ‘मन की बात’ के जरिए व्यक्त करते हैं लेकिन इस घोषणा पत्र में राज्य के लोगों के मन की बात है। इस घोषणा पत्र में लोगाें की इच्छाओं और सलाह को शामिल किया गया है क्याेंकि राज्य के दौरे के दौरान लोगों से रूबरू हाेने का मौका मिला था।

उन्हाेंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के घोषणा में कुछ अलिखित बातें होंगी और इसमें भ्रष्टाचार, रेड्डी बंधुओं के बारे में विचार किया जाएगा। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह होगी कि इस घोषणा पत्र को कर्नाटक के लोगों के नहीं बनाया जाएगा बल्कि इसे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के दो चार लोग ही मिलकर तैयार करेंगे कि उन्हें कर्नाटक में क्या चाहिए। गांधी ने कहा मैं अाप लोगों को यह बताने नहीं आया हूं कि राज्य के लोग क्या चाहते हैं बल्कि उन्हें सुनने आया हूं।