जयपुर। राजस्थान में पिछले पांच दिन से चल रही सेवारत चिकित्सकों हडताल पर सरकार ने शुक्रवार से सख्त रुख अपना लिया है। सभी जिलों के कलक्टरों व एसपी को हडताली चिकित्सकों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
सिरोही में प्रशासन ने इसकी शुरूआत कर दी है वहीं जालोर में डीएसपी दुर्गसिंह ने जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार चिकित्सकों को काम पर लौटने के लिए तीन बजे की समय सीमा तय की है।
राजस्थान में अपनी मांगों को लेकर चिकित्सक एक सप्ताह से हडताल पर है। इसमें राजस्थान सरकार के चिकित्सालयों में कार्यरत नियमित चिकित्सक शामिल थे। इन लोगों के हडताल पर जाने से राज्यभर में कई मरीजों की जान चली गई। सिरोही जालोर में भी जिला चिकित्सालयों समेत सीएचसी और पीएचसी में तैनात नियमित चिकित्सकों के हडताल पर चले जाने से कई लोगों की जान पर बन आई है।
सरकार ने रेस्मा (राजस्थान एसेंशियल सर्विस मेंटिनेंस एक्ट) पहले ही लागू किया हुआ था, लेकिन चिकित्सक संघो से वार्ता चलने के कारण उनकी गिरफ्तारी को लेकर सख्ती नहीं बरती गई थी। चिकित्सक संघों की बात मानने के बाद भी नई-नई मांगों को जोडकर हडताल को जारी रखने की हठधर्मिता के कारण शुक्रवार को सभी जिला कलक्टरों व पुलिस अधीक्षकों को हडताली चिकित्सकों को गिरफ्तार करने के आदेश दे दिए हैं।
जालोर डीएसपी दुर्गसिंह ने सोशल मीडिया पर जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार तीन बजे तक सभी चिकित्सकों को काम पर लौटने की समय सीमा दी है। इसके बाद उनकी गिरफ्तारियां शुरू कर दी जाएंगी। वहीं सिरोही में जिला क्लेक्टर ने सख्ती की बात कही है।
14 चिकित्सकों के भरोसे चिकित्सालय
सिरोही का जिला चिकित्सालय संविदा पर काम कर रहे 14 चिकित्सकों के भरोसे पर है। यह सभी संविदा पर कार्यरत चिकित्सक हैं। इनके अलावा एनआरएचएम, आयुष चिकित्सक भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। शेष चिकित्सक हडताल पर हैं, जिससे गंभीर मरीजों को रेफर करना पड रहा है।
इनका कहना है…
रेस्मा पहले ही लागू था, लेकिन सरकार ने हडताली चिकित्सकों की गिरफ्तारी के आदेश नहीं दिए थे। आज आदेश आ गए हैं, अब हडताल पर चल रहे चिकित्सकों की गिरफ्तारी की जाएगी।
संदेश नायक
जिला कलक्टर, सिरोही