जयपुर। राजस्थान में सात दिसम्बर को होेने वाले विधानसभा चुनाव में सत्तारुढ़ भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन को लेकर चल रही खींचतान के बीच 70-80 प्रत्याशियों की सूची एक दो नवम्बर तक आ सकती है।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में चुनाव संचालन समिति की बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने उम्मीदवार चयन के बारे में अपनी राय दी तथा कल चुनाव समिति की बैठक में 70 -80 प्रत्याशियों की सूची पर अंतिम मुहर लग सकती है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक मेंं सबसे पहले उन सीटों पर विचार किया जाएगा जहां उम्मीदवार को लेकर ज्यादा खींचतान नहीं है। दो बार चुनाव हार चुके उम्मीदवारों को इस बार मौका नहीं देने की संभावना है। पैराशूट उम्मीदवारों को भी महत्व नहीं दिया जा रहा है।
इस बीच कई नेताओं के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में मोर्चा खोल दिया है। दूदू से बाबूलाल नागर तथा बेगू से राजेन्द्र सिंह बिधूड़ी को कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उम्मीदवारों के समर्थक दिल्ली में अपने नेता के लिए दवाब बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।
भारतीय जनता पार्टी भी अपने उम्मीदवाराें की पहली सूची एक नवम्बर को दिल्ली में होने वाली संसदीय समिति की बैठक के बाद जारी कर सकती है। स्थानीय इकाई जिन सीटों पर विवाद नहीं है उनके उम्मीदवारों का पैनल दिल्ली भेज रही है। बताया जा रहा है कि पहली सूची में करीब 70 प्रत्याशियों के नाम फाइनल हो चुके हैं।
मौजूदा विधायकों के टिकट कटने को लेकर असमंजस बना हुआ है। उम्र दराज नेताओं के टिकट पर भी अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं हो पा रहा है।