जयपुर। युवती के प्रेम जाल में फंसने के बाद एएसपी आशीष प्रभाकर ने युुवती को मार कर खुदकशी को अंजाम देने के लिए शायद बहुत पहले से ही तैयारी कर रखी थी। हत्या और आत्म हत्या प्रकरण में यह बात भी सामने आई थी कि अजमेर निवासी प्रभाकर पिछले 22 दिनों से ट्रेनिंग पर थे और उन्होंने इस दौरान फायरिंग की प्रेक्टिस भी थी और वारदात को अंजाम देने के लिए प्रभाकर ने वारदात के करीब तीन घंटे पहले ही मालखाने से अपनी सर्विस पिस्टल इश्यू करवाई थी।
इससे यह बात साफ हो जाती है कि प्रभाकर ने इस घटना को अंजाम देने की योजना दिन में बना ली थी। प्रभाकर ने इस प्रकरण को अंजाम से बहुत पहले दो नोट लिख लिए थे जो घटना के बाद कार में रखे ब्रीफकेस में मिले।
प्रभाकर ने सुसाइड नोट पत्न्नी के नाम लिखा जिसमें कहा कि मैं इतना बुरा नहीं था जितना तुमने मुझे समझा। डीसीपी (साउथ) मनीष अग्रवाल ने बताया कि आशीष प्रभाकर ने घटना के पहले दो सुसाइड नोट लिखे थे। पहला पत्नी के नाम और दूसरा पुलिस के नाम था।
प्रभाकर ने नोट में लिखा कि वह महिला चार साल से मुझसे प्यार का नाटक कर झांसा दे रही थी। यह अपने सौंदर्य के दम पर लोगों और अधिकारियों को फंसाती है। इस महिला ने मुझे और मेरे परिवार को तबाह कर दिया है। एक पुलिस अफसर होने के नाते मुझे इसे सजा देनी चाहिए। यह महिला आरएएस की कोचिंग करने के बहाने अफसरों को फंसाती है।
प्रभाकर ने सुसाइड नोट में छह सात लोगों,जिनमें कुछ पुलिस अधिकारी और अन्य लोग शामिल हैं, के मोबाइल नंबर भी लिखे हैं। अपनी जांच में पुलिस इनसे बात कर पूरे मामले की पुष्टि कर सकते हैं।
इस प्रकरण में एक बात यह भी सामने आ रही है कि प्रभाकर व पूनम के बीच कुछ दिन से मनमुटाव चल रहा था। प्रभाकर को शक था कि पूनम के अन्य लोगों से भी संबंध थे। प्रभाकर पूनम की छानबीन करते रहते थे। माना जा रहा है कि इसी शक के चलते पूरा घटनाक्रम हुआ है।