पटियाला। शहर के सरहिंद रोड पर बीती रात जोमैटो कंपनी के डिलीवरी ब्वॉय को तेज रफ्तार ट्रक ने कुचल दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
उन्होंने कंपनी के क्षेत्रीय दफ्तर में संपर्क किया गया। जब कोई उचित जवाब नहीं आया तो कुलविंदर सिंह के साथियों ने पहले छोटी बारांदरी में कंपनी के दफ्तर के बाहर और फिर सरकारी राजिन्द्रा अस्पताल की मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे मनिंदर सिंह ग्रेवाल ने बताया कि कम्पनी के किसी अधिकारी ने इस कर्मचारी के परिवार को वित्तीय सहायता तो दूर की बात, उनके साथ दुख तक सांझा करना जरूरी नहीं समझा। उनका कहना था कि जोमैटो कंपनी मोटरसाइकिल पर ऑनलाइन आर्डर पहुंचाने के लिए प्रति ग्राहक 25 रुपए देती है और इसमें मोटरसाइकिल, तेल आदि सब उनका अपना होता है।
उन्होंने कहा कि कंपनी कर्मचारियों का शोषण करके बड़ी कमाई करती है। वे दिन-रात ग्राहक का आर्डर पहुंचाने के लिए सड़कों पर अपनी जान जोखिम में डाल कर धक्के खाते हैं परन्तु कंपनी न ही उनको कोई आई कार्ड, अथॉरिटी पत्र या इंश्योरैंस जैसी कोई प्राथमिक सुविधाएं नहीं देती। उन्होंने कहा कि कंपनी की सॢवस देते हुए उनका साथी अपनी जान गंवा चुका है परन्तु कंपनी ने उस के परिवार को दिलासा तक नहीं दी, वित्तीय सहायता तो दूर की बात है। जबकि साथियों की तरफ से ही परिवार को वित्तीय सहायता दी गई।
ग्रेवाल ने बताया कि काफी लंबी बातचीत से कुलविंदर सिंह के परिवार को कंपनी ने वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया और इससे उन्होंने आईकार्ड जारी करने और उनकी इंश्योरैंस करने का भरोसा भी दिया। इस फैसले के बाद पुलिस ने मृतक कुलविंदर सिंह का पोस्टमार्टम करवा कर लाश को वारिसों के हवाले कर दिया।