नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भारी बारिश के बाद कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में 792 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। ओडिशा में महानदी का जल स्तर बढ़ने के कारण कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। छत्तीसगढ़ में इसके ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है। इसके साथ ही हीराकुंड बांध के 44 जलद्वार खोल दिए गए हैं।
देश में अगस्त के महीने में पिछले 44 साल में सबसे ज्यादा बारिश हुई है जहां देश के अनेक हिस्सों में बाढ़ की स्थिति है। आईएमडी ने मध्य प्रदेश के अनेक हिस्सों में और भी ज्यादा भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। दिल्ली में यमुना भी खतरे के निशान के करीब बहती रही, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि जल स्तर के घटने की संभावना है।
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में बारिश के कारण जल स्तर बढ़ गया। पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखने के लिए दो गोताखोरों के साथ 24 नौकाएं तैनात की हैं।
पिछले दो दिन से जारी मूसलधार बारिश के कारण होशंगाबाद सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। स्थिति इतनी विकराल हो गई है कि जलमग्न क्षेत्रों से लोगों को बचाने के लिए शनिवार को सेना और एनडीआरएफ को उतारा गया। अधिकारियों ने बताया कि सीहोर और छिंदवाड़ा जिलों में भारी बारिश हो रही है।