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HPCL ने धनतेरस के तोहफे में मारी ‘डंडी’, डीलर-ग्राहकों को चपत

 – कई राज्यों में सस्ता हुआ पेट्रोल-डीजल

-पंप डीलरों का बढ़ाया कमीशन

 

सन्तोष खाचरियावास @ अजमेर

हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने त्योहार के मौके पर भी अपने ग्राहक और डीलर्स को चपत लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सरकारी तेल कंपनियों ने अंतर-राज्यीय माल ढुलाई को तर्कसंगत बनाने के लिए डीलर्स के मार्जिन में मंगलवार रात ही बदलाव की घोषणा कर दी थी और बुधवार सुबह 6 बजे रेट अपडेट हो जाने चाहिए थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। खुद को देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कम्पनी होने का दम भरने वाली एचपीसीएल ने बुधवार दोपहर में अपने रेट बदले। इससे पहले पुराने रेट पर ही पेट्रोल-डीजल की बिक्री की जाती रही।इ ससे कम्पनी के पम्पों पर तेल भरवा चुके हजारों ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी हो गई है।

आमतौर पर जब भी पेट्रोल डीजल के रेट में बदलाव होता है तो सुबह 6 बजे ऑटोमिशन के जरिए सभी पम्पों पर एक साथ होता है। लेकिन इस बार पहला मौका है जब दोपहर करीब तीन-साढ़े तीन बजे रेट बदले गए हैं। जिन पम्पों पर ऑटोमिशन सुविधा नहीं है, वहां रेट कम होने के बावजूद ग्राहकों को पुरानी दरों पर पेट्रोल डीजल बेचा जा रहा है।

अजमेर की बात करें तो यहां रेट रिवाइज होने के बाद पेट्रोल करीब 15 पैसे और डीजल 13 पैसे प्रतिलीटर सस्ता हुआ है लेकिन एचपीसीएल के पम्पों पर दोपहर तक पुराने रेट से ही पेट्रोल डीजल बेचा जाता रहा है। यानी कम्पनी ने धनतेरस पर दिए तोहफे में ‘डंडी’ मार ली है।

डीलर को भी फटका

सुबह ही डीलर का कमीशन बढ़ चुका था लेकिन एचपीसीएल प्रबंधन ने रेट रिवाइज नहीं किए। ऐसे में डिपो से दोपहर पहले जिन भी डीलर ने सप्लाई उठाई, उन्हें पुराने रेट से तेल मिला। यानी उन्हें तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। इसके अलावा राजस्थान में उनका कमीशन कितना बढ़ा है, यह वे समझ ही नहीं पा रहे हैं।

अब बात करें अन्य राज्यों की तो रेट रिवाइज होने से ओडिशा, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों के कई दूर-दराज क्षेत्रों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आई है। वहीं कंपनियों ने सात साल से लंबित मुकदमे के समाधान के बाद पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर डीलरों को दिए जाने वाले कमीशन में 65 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर 44 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है।

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ”कंपनी को डीलर मार्जिन में संशोधन (आज से प्रभावी) का एलान करते हुए खुशी हो रही है। इससे उत्पादों के खुदरा बिक्री मूल्य पर कोई अतिरिक्त प्रभाव नहीं पड़ेगा।’ वर्तमान में डीलरों को पेट्रोल पर 1,868.14 रुपये प्रति किलोलीटर के कमीशन के साथ उत्पाद बिल योग्य मूल्य 0.875 प्रतिशत भुगतान किया जाता है। जबकि डीजल पर 1,389.35 रुपये प्रति किलोलीटर का कमीशन और उत्पाद बिल योग्य मूल्य का 0.28 प्रतिशत भुगतान किया जाता है।

कंपनी ने कहा कि डीलर कमीशन बढ़ने से ग्राहक सेवा मानकों के बेहतर होने के साथ ही पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारियों के कल्याण में वृद्धि होगी। कंपनी ने कहा कि अंतर-राज्यीय मालभाड़े को तर्कसंगत बनाने का काम शुरू किया है, जिससे राज्य के भीतर खुदरा बिक्री मूल्य में होने वाले अंतर में कमी आएगी। हालांकि यह कमी उन राज्यों में लागू नहीं होगी, जहां पर आदर्श आचार संहिता लागू है।

मंत्रीजी खुश

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने कंपनियों द्वारा किए गए एलान को धनतेरस का तोहफा बताया है।

उन्होंने एक्स पर लिखा, ”धनतेरस के शुभ अवसर पर, तेल कंपनियों द्वारा पेट्रोल पंप डीलरों को दिया गए तोहफे का दिल से स्वागत है। सात साल से चली आ रही मांग पूरी हुई।” उन्होंने कहा कि माल ढुलाई को तर्कसंगत बनाने से दूरस्थ स्थानों (तेल विपणन कंपनियों के पेट्रोल और डीजल डिपो से दूर) पर रहने वाले उपभोक्ताओं को लाभ होगा, जिसके परिणामस्वरूप देश के कई हिस्सों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आएगी।

ओडिशा में 4.45 रुपये और 4.32 रुपये की कटौती होगी

एक्स पर एक पोस्ट में पुरी ने ओडिशा के मलकानगिरी के कुनानपल्ली और कालीमेला का उदाहरण दिया, जहां पेट्रोल की कीमत क्रमश: 4.69 रुपये और 4.55 रुपये कम हो जाएगी और डीजल की कीमतों में क्रमश: 4.45 रुपये और 4.32 रुपये की कटौती होगी। इसी तरह, छत्तीसगढ़ के सुकमा में पेट्रोल की कीमत में 2.09 रुपये और डीजल की कीमत में 2.02 रुपये की कमी आएगी।

 

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