सैन फ्रांसिस्को। फेसबुक ने बुधवार को माना कि उसने कुल 8 करोड़ 70 लाख यूजर्स की जानकारी ब्रिटेन की राजनीतिक डेटा विश्लेषक कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ गलत तरीके से साझा की है। इन यूजर्स में भारत से 5 लाख 62 हजार 455 यूजर्स का डाटा शेयर किया गया है। कैंब्रिज एनालिटिका ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम किया था।
इस पूरे मामले पर फेसबुक के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर माइक स्क्रोपर ने एक ब्लॉग पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने डाटा लीक की घटना की पुष्टि की है। साथ ही इस बात का भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।
दूसरी तरफ सीईओ मार्क जकरबर्ग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं डाटा लीक के आरोप की जिम्मेदारी लेता हूं, तमाम गलतियों के बावजूद फेसबुक का नेतृत्व करने के लिए वही सही व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि, फेसबुक आदर्शवादी है। इसने लोगों को जोड़ने के सकारात्मक पक्ष पर ध्यान केंद्रित किया। अब हम जांच कर रहे हैं। लोग भी इसके खतरों से वाकिफ हो चुके हैं। मार्क जकरबर्ग ने कहा कि इस स्कैंडल के बाद फेसबुक के उपयोग और विज्ञापनों पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है।