जम्मू। पाकिस्तान की कथनी और करनी में एक बार फिर फर्क मिला। दोनों देशों के बीच फ्लैग मीटिंग के अगले दिन ही जम्मू एवं कश्मीर के जम्मू जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास पाकिस्तान की तरफ से खोदी गई एक 14 फुट लंबी सुरंग मिली है। बीएसएफ ने इसके साथ ही घुसपैठ के एक बड़े प्रयास तथा संभावित आतंकी हमले को नाकाम कर दिया।
इसके एक दिन पहले ही बीएसएफ के फील्ड कमांडरों और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच एक फ्लैग मीटिंग हुई थी, जिसमें आपस में सहमति बनी थी कि दोनों पक्ष अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति और सौहार्द बनाए रखेंगे।
बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा कि अरनिया सेक्टर के दमाना के निकट विक्रम और पटेल चौकियों के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सफाई अभियान के दौरान एक निर्माणाधीन सुरंग का पता चला। जब इस सुरंग का पता चला, उस समय यह 14 फुट लंबी थी।
अधिकारी ने कहा कि सुरंग से बरामद की गई युद्ध सामग्री से वहां सशस्त्र घुसपैठियों की मौजूदगी का संकेत मिलता है, वापस भागने में कामयाब रहे।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ने के बाद अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरंगों का पता लगाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया गया था।
इसके साथ ही अर्निया सेक्टर में ‘युद्ध की तैयारी’ के अनुरूप एक भंडार का पता लगाया। अधिकारियों ने बताया कि दमाना के पास विक्रम और पटेल चौकियों के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पर चौकसी अभियान के दौरान एक निर्माणाधीन सुरंग का पता लगा।
बीएसएफ के महानिरीक्षक राम अवतार ने बताया कि जीरोलाइन के पास जवानों ने करीब एक दर्जन लोगों की संदिग्ध गतिविधियां देखीं लेकिन वे लोग जवानों को देखकर भाग गए। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि सुरंग अभी पूरी नहीं हुई थी और यह पाकिस्तान की ओर से खोदी जा रही थी। इसकी ऊंचाई करीब तीन फुट और चौड़ाई ढाई फुट थी। बीएसएफ के सतर्क जवानों को सुबह सुरंग का पता लगा।
बल के गश्ती दल के कमांडर को कुछ संदेह हुआ और उन्होंने क्षेत्र में गहन तलाशी अभियान शुरू किया जिससे सुरंग और ‘युद्ध की तैयारी’ के अनुरूप भंडारों का पता लगा। उन्होंने बताया कि वहां से बरामद सामग्री में अमरीका निर्मित कंपास, दो मैग्जीन, 60 राउंड विस्फोटक और एक हथगोला आदि शामिल है, बरामद अधिकतर सामान पर पाकिस्तान के निशान थे।
सुरंग गतिविधि को पाकिस्तान का नापाक इरादा करार देते हुए अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ द्वारा समय से कार्रवाई किए जाने के कारण भारतीय धरती पर एक बड़ा हमला नाकाम हो गया। बीएसएफ तथा पाकिस्तानी रेंजरों के सेक्टर कमांडरों के बीच शुक्रवार को सुचेतगढ़ सेक्टर में फ्लैग मीटिंग हुई, बैठक पाकिस्तान के अनुरोध पर हुई थी।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने पाकिस्तान इस बात को लेकर पहले ही बेनकाब हो चुका है कि वह आतंकवाद को बढ़ावा देता है। उन्होंने बीएसएफ की कामयाबी के लिए मोदी सरकार को श्रेय दिया और कहा कि सेना और बीएसएफ को लगातार इतनी सफलता इसलिए मिल रही है क्योंकि पीएम मोदी ने उन्हें पेशेवर आजादी दे रखी है।
साल 2012 में जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में सुरक्षाबलों ने 400 मीटर लंबी सुरंग को खोज निकाला था जिसमें वेंटिलेशन पाइप भी लगे थे। वहीं 2009 में भी नियंत्रण रेखा पर अख्नूर सेक्टर में एक सुरंग मिली थी। कुछ माह पहले भारत – बांग्लादेश बॉर्डर पर भी सुरंग पकड़ी गई थी।
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