कोरबा। छत्तीसगढ़ में 11 साल के एक बच्चे ने बेरहमी से हत्या कर दी है। इस सनसनीखेज वारदात के बाद इलाके में हड़कंप है। इलाके के लोग इतने खौफजदा हैं कि वो बच्चे और उसके परिवार को वहां से हटाए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी करने लगे हैं। यह घटना कोरबा जिले की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नेहरू नगर में 4 साल का अंशु दास अपने माता-पिता के साथ रहता था। गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे वो घर के बाहर खेलते-खेलते अचानक लापता हो गया।
अंशु के परिजनों ने उसे काफी तलाशा लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चल सका। इसके बाद परिजनों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत इसकी जांच शुरू कर दी। डॉग स्क्वॉयड की मदद से पुलिस ने बुधवारी रिकांडो बायपास मार्ग पर पेट्रोल पंप के पीछे झाड़ियों से अंशु का शव बरामद किया।
अंशु का शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। शव को देखने से यह पता चल रहा था कि उसकी पत्थरों से कुचल कर हत्या की गई है। उसके चेहरे पर जख्म के गहरे निशान थे। इसके बाद पुलिस ने मौक-ए-वारदात पर मिले कपड़ों और अन्य सुरागों के जरिए खोजी कुत्तों को लगाया।
डॉग स्कवायड में शामिल बाघा नाम के एक कुत्ते को बच्चे के कपड़े सुंघाए गए। इसके बाद बाघा ने अपने काम को बखूबी ढंग से अंजाम दिया। हत्यारे की तलाश करते-करते बाघा एक घर में जा घुसा। यहां उसकी नजर जब 11 साल के एक बच्चे पर पड़ी तो वो उसे देख कर भौंकने लगा।
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पुलिस ने तुरंत नाबालिग को हिरासत में लिया। पूछताछ में नाबालिग ने अंशु की हत्या की बात कबूल की। जब नाबालिग ने यह बताया कि उसने अंशु की हत्या क्यों की है तब सभी हैरान रह गए।
नाबालिग ने बताया कि दो-तीन महीना पहले उसका अंशू से झगड़ा हुआ था। इस पर अंशू ने उसे पत्थर फेंककर मारा था। इसी बात को लेकर उसे अंशू से खुन्नस थी। उसने बहाने से बच्चे को अपने पास झाड़ियों में बुलाया और वहां ईंट से वार कर उसे मार दिया। आरोपी बच्चे ने बताया कि यह सब उसने बदला लेने के लिए किया।
नाबालिग बच्चे को लेकर जो जानकारी सामने आ रही है। उसके मुताबिक यह लड़का आदतन बाल उपचारी है। उसपर चोरी के भी इल्जाम लगे और वो बाल सुधार गृह भी जा चुका है। इस हैरान कर देने वाली वारदात के बाद बस्ती के लोगों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया और नाबालिग के परिवार को बस्ती से हटाने की मांग की है।