भुवनेश्वर। ओडिशा में जनजाति कल्याण विद्यालय के छात्रावास में कक्षा 6 की एक छात्रा के मां बनने के बाद विद्यालय के दो शिक्षकों को हिरासत में लिया गया है।
जेपोर उप-विभागीय पुलिस अधिकारी राजेंद्र सेनापति ने बताया कि स्कूल के प्रधानाचार्य और छात्रावास अधीक्षक को कर्तव्य में लापरवाही, घटना के बारे में प्रशासन को सूचित नहीं करने और मामले को दबाने के अपराध में गिरफ्तार किया गया है।
राजधानी से 500 किलोमीटर दूर कोरापुट जिले के जेपोर प्रखंड में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए संचालित सरकारी आवासीय विद्यालय उमुरी आश्रम स्कूल के कक्षा छह में पढऩे वाली छात्रा ने छात्रावास में ही बच्चे को जन्म दिया था।
स्कूल के अधिकारियों को जब इस मामले की सूचना मिली तो वे नवजात और उसकी नाबालिग मां को सेमिलीगुड़ा पुलिस थाने के अंतर्गत उपरकेंदी गांव में उसके अभिभावकों के पास छोड़ आए। जिला प्रशासन को मामले की जानकारी मिलने के बाद जेपोर प्रखंड के कल्याण अधिकारी ने रविवार को जेपोर पुलिस को इसकी सूचना दी।
शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने स्कूल के प्रधानाचार्य कैलाश वर्मा और छात्रावास अधीक्षक सबिता गुरु को गिरफ्तार कर लिया। पिछले दो सप्ताह में यह राज्य में इस तरह का पहला मामला है। इससे पहले 23 जनवरी को कंधमाल जिले के लिंगागदा के एक आवासीय स्कूल में 10वीं की छात्रा ने छात्रावास में ही बच्चे को जन्म दिया था। पुलिस ने इस मामले में छात्रा को गर्भवती बनाने के आरोप में सुकांता प्रधान को गिरफ्तार किया था।
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