लखनऊ। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी मंगलवार को अयोध्या में रामलला के दर्शन कर भगवा दिवस मनाने जा रहे थे। पुलिस उन्हें लखनऊ स्थित खुर्शेदबाग कार्यालय में नजरबंद कर दिया है।
उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा चुनाव के समय ही राममंदिर मुद्दे को भुनाने का प्रयास करती है। उनकी सरकार अभी केंद्र में है और यूपी में आना चाह रही है। लेकिन इसके बावजूद वह मंदिर निर्माण पर कोई बात नहीं कर रही है। हम हिंदुओं की इसी मांग पर काम करेंगे। इसीलिए मंगलवार को भगवा दिवस के मौके पर हम अयोध्या में ये संकल्प लेने वाले थे। लेकिन पुलिस प्रशासन ने हमारे मार्ग को अवरुद्ध कर दिया है।
उन्होंने बताया कि आज ही कोठारी बंधुओं की शहादत का भी दिन है। ऐसे में आज से बेहतर और कोई दिन नहीं हो सकता था।
कमलेश तिवारी अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने गोडसे का मंदिर बनाने की मांग रखी थी। इसके अलावा उन्होंने ओवैसी का सिर काटने वाले को 10 लाख का ईनाम देने का भी एलान किया था। यही नहीं, उन्होंने पैगम्बर पर भी विवादित कमेंट किया था, जिसके चलते वह 11 महीने तक जेल में रहे थे।
गौरतलब है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस की आज सालगिरह है। शासन और प्रशासन ने इसके मद्देनजर पूरे प्रदेश में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं। अयोध्या में विशेष एहतियात बरतने को कहा गया है। पुलिस प्रशासन आज वहां कल से ही चैकन्ना है और विशेष अभियान चला रहा है।
एसएसपी अनंत देव के अनुसार, 6 दिसंबर को होने वाले प्रोग्रामों को ध्यान में रखकर अयोध्या और फैजाबाद में विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
वाहनों की चेकिंग के साथ होटल धर्मशालाओं, बस स्टेशनों और रेलवे स्टेशनों पर सघन जांच का अभियान भी चलाया गया। भारी संख्या में संवेदनशील जगहों पर सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है।