मुंबई। मुंब्रा के सिंबायोसिस स्कूल प्रशासन ने स्टूडेंट्स और उनके माता-पिता को स्कूल में प्रवेश करते समय अपने चेहरे को हिजाब से ना ढकने का आदेश निकाला है।
इस पर बच्चों के माता-पिता ने स्कूल के प्रति नाराजगी जाहिर की है। स्कूल का कहना है कि सुरक्षा के लिहाज से ऐसा निर्णय लिया है, जबकि अभिभावकों ने इसे धार्मिक रिवाज से जोड़ा है।
स्कूल के ट्रस्टी कमलराज देव ने कहा कि सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया गया है। कुछ स्टूडेंट्स पूरे बुर्के में स्कूल आते-जाते हैं। जब उनके माता-पिता हमारे पास आते हैं तो हमारे सुरक्षा गार्ड को पता ही नहीं होता है कि उनकी लड़कियां कहां हैं। कुछ समय पहले ही दो महिलाएं अपने बच्चे को स्कूल से जल्दी लेने के लिए आईं। उनके चेहरे ढ़ंके हुए थे। हमने क्लासटीचर को सूचित किया लेकिन इसके पहले कि वह लड़की वहां पहुंचती, दोनों महिलाएं वहां से गायब हो गईं।
बुरका या हिजाब नहीं होने से सभी के चेहरे आसानी से पहचाने जा सकते हैं। कैमरे के सामने चेहरे का दिखाई देना बहुत जरुरी है। यह पूरी तरह से सुरक्षा कारणों के लिए उठाया गया कदम है।
मालूम हो कि शहर में लड़कियों में चेहरा ढककर रखने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। कई लड़कियां अपनी पहचान छिपाकर लड़कों के साथ घूमती हैं तो नकाब की आड़ में और भी अनैतिक कार्य अंजाम दिए जाते हैं।