नवादा। जिंदगी में कभी-कभी हमें लगता है कि बात खत्म हो रही है, लेकिन हम यह नहीं जानते कि असल में शुरुआत तो वही से हो रही है। पिंकी को भी यही लगा कि यह संसार उसके रहने लायक नहीं रहा, सो वह जान देने निकली लेकिन रास्ते में उसकी मुलाकात जिंदगी से हो गई और उसमें फिर से जीने की चाह पैदा हो गई।
यह दिलचस्प वाकया सिरदला के शाहपुर गांव की पिंकी कुमारी के साथ पेश आया। ससुरालवालों के उत्पीडऩ से आकर पिंकी ट्रेन से कटकर जान देने जा रही थी कि…उसकी जिंदगी ही बदल गई।
हुआ यूं कि रास्ते में उसकी मुलाकात बकड़झोली गांव के युवक अखिलेश मांझी से हो गई। पिंकी को परेशान देख अखिलेश ने उससे पूछा। जाने पिंकी को क्या सूझी कि उसने अखिलेश को अपनी दर्दभरी कहानी सुना दी।
उसका कहना है कि ससुराल वाले उसे प्रताडि़त करते हैं और पागल करार देने में लगे हैं। इसलिए वह जीना नहीं चाहती। इस पर अखिलेश ने उसे समझाया और अपने घर ले आया। उसके सामने नए सिरे से जिंदगी जीने का प्रस्ताव रखा।
पिंकी को अखिलेश में अपनी जिंदगी नजर आने लगी और उसने हामी भर दी। इस पर अखिलेश के परिजन व ग्रामीणों की रजामंदी से दोनों ने मंदिर में ब्याह रचा लिया।
ससुराल वालों को नहीं ऐतराज
जब पिंकी की शादी की बात उसके ससुराल वालों को पता चली तो उन्हें शॉक तो लगा लेकिन उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई। इधर पिंकी के पीहर वाले भी उसकी नई जिंदगी से खुश हैं। हालांकि उन्होंने पिंकी के लापता होने पर गुमशुदगी दर्ज करा रखी थी। लिहाजा उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी है।