नई दिल्ली/अयोध्या। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की हिंदू धार्मिक पुस्तक रामचरितमानस पर विवादास्पद टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए अयोध्या के संत जगदगुरु परमहंस आचार्य ने बुधवार को मंत्री को उनके पद से बर्खास्त करने की मांग की।
जगदगुरु परमहंस आचार्य ने कहा, बिहार के शिक्षा मंत्री ने जिस तरह से रामचरितमानस ग्रंथ को नफरत फैलाने वाली किताब बताया है उससे पूरा देश आहत है। यह सभी सनातनियों का अपमान है और मैं इस बयान पर कानूनी कार्रवाई की मांग करता हूं कि उन्हें पद से बर्खास्त किया जाए। एक सप्ताह के भीतर मंत्री जी और उन्हें माफी मांगनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो मैं बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की जीभ काटने वाले को 10 करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा करता हूं।
उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रामचरितमानस जोड़ने वाला ग्रंथ है, तोड़ने वाला नहीं। रामचरितमानस मानवता की स्थापना करने वाला ग्रंथ है। यह भारतीय संस्कृति का स्वरूप है, यह हमारे देश का गौरव है। रामचरितमानस पर इस तरह की टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।