नई दिल्ली। जेएनयू की स्टूडेंट और जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन की पूर्व उपाध्यक्ष शहला राशिद को लेकर सोशल मीडिया पर फिर कैम्पेन चलाया जा रहा है। इस बार शहला के कथित बयान को लेकर कमेंट मांगे जा रहे हैं। इस कथित बयान में बीजेपी नेताओं पर जबरदस्त अमर्यादित टिप्पणी की गई है।
इससे पहले भारतीय फिल्म निर्माता एवं सेंसर बोर्ड के सदस्य अशोक पंडित व गायक अभिजीत शहला पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करके अपनी आलोचना करा चुके हैं।
इसी साल पंडित ने शहला के लिए बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। शहला राशिद ने जब महिलाओं पर आधारित किसी फिल्म को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) द्वारा बैन करने का आरोप लगाया तो जवाब में पंडित ने उन्हें वैश्या तक कह दिया था।
शहला राशिद ने अपने ट्वीट में लिखा- “सीबीएफसी ने एक फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया क्योंकि वह “महिला-उन्मुख” (महिलाओं पर आधारित) थी। सीबीएससी को पहलाज निलानी और अशोक पंडित जैसे मूर्ख संघी चलाते हैं।” शहला राशिद के इसी ट्वीट पर फिल्म निर्माता अशोक पंडित भड़क गए और शहला राशिद के ट्वीट पर रि-ट्वीट करते हुए अशोक पंडित ने लिखा- “आतंकियों के साथ सोने और जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाने के बजाए संघी होना ज्यादा बेहतर है।”
पंडित के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हुई।
आसिफ इकबाल खान नामक यूजर ने लिखा- क्या तुम बीमार शख्स हो? वो (शेहला राशिद) तुम्हारी बेटी की उम्र की है, तुम पब्लिक प्लेटफॉर्म पर कैसे इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर सकते हो।
इसी तरह जब मध्यप्रदेश में एक बीजेपी नेता का सेक्स रैकेट पकड़ा गया तो शहला ने इस खबर का लिंक शेयर किया। इस पर गायक अभिजीत ने भी शहला को सीधे-सीधे वैश्या बता दिया था। इस पर अभिजीत को भी ट्रोल का शिकार होना पड़ा था।
शहला रशीद को लेकर गायक अभिजीत ने विवादास्पद ट्वीट किया। इसमें शहला को पैसा लेकर ग्राहक को संतुष्ट ना करने वाली कहा है। इसको लेकर अभिजीत की जमकर आलोचना हुई।
अपने विवादास्पद बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले अभिजीत ने ट्विटर पर लिखा कि ऐसी अफवाहें फैल रही हैं कि शहला रशीद ने ग्राहक से 2 घंटे के लिए एडवांस में पैसे ले लिए लेकिन उसे संतुष्ट नहीं कर पाईं। जवाब में कई फ़ॉलोअर्स ने अभिजीत की खटिया खड़ी कर दी थी।
अब यह शगूफा छेड़ा
सोशल मीडिया पर अब शहला की फोटो और उसका कथित बयान शेयर कर लोगों से पूछा जा रहा है कि आप इससे सहमत हैं या नहीं। अब यह बयान शहला का है या नहीं, लेकिन इसके माध्यम से बीजेपी नेताओं की छवि को आघात जरूर पहुंचाया जा रहा है।