बेंगलूरु। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री की प्रबल दावेदार शशिकला नटराजन अब कर्नाटक केंद्रीय कारागार परापन्ना में कैद हो गयी हैं। शशिकला को जेल के अन्दर दो अन्य महिला कैदियों के साथ रखा गया है । उन्हें सजायाफ्ता कैदी के रूप में काम भी सौंप दिया गया है । शशिकला को मोमबत्ती बनाने के कार्य में लगाया गया है जिसके लिए प्रतिदिन 50 रुपये की दिहाड़ी तय की गई है। जेल पहुंची शशिकला को भारी पुलिस बल के बीच अन्दर ले जाया गया।
जेल में उन्हें रखे जाने की तैयारी का जायजा लेने परापन्ना जेल पहुंचे रजिस्ट्रार और विशेष अदालत के न्यायाधीश ने जायजा लिया। शशिकला के पहुंचने से पहले उनके पति भी बेंगलुरु के परापन्ना जेल पहुंच गए थे । जेल के अन्दर लगाये गए विशेष कोर्ट की औपचारिकताओं के बाद शशिकला जेल के अन्दर कैद हो गयीं। इन्हें न तो कोई स्पेशल सेल दिया गया और ना ही विशिष्ट कैदी की कोई सुविधा ही।
शशिकला ने कोर्ट से अनुरोध किया था की उसे घर से खाना मांगने और खाने की अनुमति दी जाये मगर कोर्ट ने शशिकला की अपील नामंजूर कर दी, नतीजा शशिकला को अब जेल के अन्दर का ही खाना खाना पड़ेगा।
शशिकला को सरेंडर कराने के लिए कर्नाटक स्थित केन्द्रीय कारागार में विशेष अदालत लगाई गयी थी। कर्नाटक हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार ने केंद्रीय कारागार में कोर्ट शिफ्ट करने का आदेश दे दिया था ।
जेल के अन्दर कैद किये जाने से पहले शशिकला की चिकित्सीय जाँच भी डाक्टरों के दल द्वारा की गयी | शशिकला ने कोर्ट से सुगर की बीमारी होने का हवाला देकर दो सप्ताह का समय माँगा था जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया । प्रपन्ना अग्रहार केन्द्रीय कारागार में अन्दर न्यायमूर्ति अस्वाथ नारायण अन्दर सुनवाई कर रहे थे और बाहर में लोग हंगामा कर रहे थे ।
जेल के बाहर तमिलनाडु नंबर प्लेट लगी पांच स्कार्पियो और एक इनोवा समेत कुल 10 गाड़ियों को भीड़ ने क्षतिग्रस्त कर दिया । भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा जिसके बाद स्थिति को काबू में किया जा सका । शशिकला के पति नटराजन को भी विशेष परिस्थिति ने जेल के अन्दर जाने की अनुमति दी गयी । शशिकला के साथ बुधवार को जेल जाने वालों में इलारवासी समेत एक अन्य दोषी शामिल हैं ।