नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘खुशामद करने वालों ’ की टोली है और जो कोई भी विरोध करता है उसे ‘देशद्रोही’ करार दिया जाता है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी के बहुचर्चित नारे ‘ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा’ पर कटाक्ष करते हुए सिन्हा ने कहा कि आजकल हो ये रहा है कि ना जियूंगा, ना जीने दूंगा।
पटना साहिब से लोकसभा सांसद सिन्हा ने यहां जनता दल युनाईटेड निष्कासित नेता अली अनवर के भाषणाें और साक्षात्कारों पर आधारित पुस्तक ‘भारत के राजनेता- अली अनवर’ का विमोचन करते हुए यह टिप्पणी की।
उन्होंने समारोह में मोदी का नाम लिए बगैर कई बार उनपर चुटकी ली और तंज कसे तथा शेरो शायरी के जरिए उन पर कड़े प्रहार किए। अपने ‘दिल की बात’ बताते हुए सिन्हा ने कहा कि किसी और ने ‘मन की बात’ पेटेंट करा रखी है। आजकल ऐसा माहौल है कि या तो आप एक शख्स का समर्थन करें या देशद्रोही कहलाने के लिए तैयार रहें।
मोदी सरकार की नीतियों की अक्सर आलोचना करने वाले सिन्हा माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और जदयू के बागी नेता शरद यादव सहित विपक्ष के कई शीर्ष नेताओं के साथ मंच साझा करते हुए जमकर बरसे।
सिन्हा ने अपने विरोधियों के इस दावे को खारिज कर दिया कि वह मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि उनकी कभी ऐसी आकांक्षा नहीं थी।
मोदी सरकार के मंत्रियों का मजाक उड़ाते हुए सिन्हा ने कहा कि उनमें से 90 फीसदी को कोई नहीं जानता। उन्हें भीड़ में कोई नहीं पहचानेगा। वे खुशामदीदों की टोली हैं। वे वहां कुछ बनाने के लिए नहीं हैं, बस बने रहने की कोशिश में लगे हैं।
सिन्हा नोटबंदी और जीएसटी जैसे सरकार के आर्थिक फैसलों पर बोलने के कारण उनकी आलोचना करने वालों पर भी बरसे। उन्होंने कहा कि यदि एक वकील वित्त मंत्री बन सकता है, एक टीवी अदाकारा मानव संसाधन विकास मंत्री बन सकती है और एक चाय वाला…..फिर मैं इन मुद्दों पर क्यों नहीं बोल सकता?