नई दिल्ली। सभी पात्र लोगों को कोरोना वैक्सीन लगे और इसकी किसी भी स्तर पर कालाबाजारी नहीं हो, इसके लिए केन्द्र सरकार सतर्क है और टीका लगवा चुके लाभार्थियों से सीधे क्रॉस टैली कर रही है।
टीका लगवाने के बाद लाभार्थियों के मोबाइल पर एक एसएमएस आ रहा है। उनसे फीडबैक लिया जा रहा है। एसएमएस में एक लिंक दिया गया है। उस पर क्लिक करते ही कोविन फीडबैक वेबसाइट खुलती है। उसमें टीका लगवाने का नाम, टीका लगवाने की तारीख, स्थान आदि लिखा होता है और पूछा जाता है कि आपको टीका लगा या नहीं।
हां पर टिक करने के बाद अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी फीडबैक लिया जा रहा है, जैसे वैक्सीनेशन स्थल पर सोशल डिस्टेंस की पालना हो रही है या नहीं, वहां टीका लगाने के बाद आपको आधा घंटा ऑब्जर्वेशन में रखा जा रहा है या नहीं, आदि। यह फीडबैक लेने का एक उद्देश्य यह भी है कि किसी भी स्तर पर कोई वैक्सीन का दुरुपयोग नहीं कर सके।
आधार ही मुख्य आधार
देशभर में केन्द्र सरकार राज्य सरकारों के जरिए टीकाकरण करा रही है। राज्यों को मांग के आधार पर मुफ्त टीके मुहैया करा रही है। वैक्सीनेशन का मुख्य आधार व्यक्ति का आधार कार्ड ही है। वैक्सीन लगवाने के लिए व्यक्ति को आधार कार्ड लेकर जाना होता है। सरकारी एवं गैर सरकारी टीकाकरण केंद्र पर व्यक्ति के नाम और आधार कार्ड नम्बर का पंजीकरण होता है। टीका लगवाने के बाद उसके मोबाइल पर एसएमएस आता है कि उसे टीका लगा दिया गया है। इसके बाद उसे फीडबैक को लेकर एक और मैसेज आता है जिसमें व्यक्ति से सीधे ही क्रॉस टैली किया जाता है।