News NAZAR Hindi News

विहिप नेताओं समेत 50 पर मामला दर्ज, मस्जिद जाने वाले रास्ते सील

शिमला। राजधानी शिमला के संजौली में स्थित मस्जिद में हुए अवैध निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस धारा 163 के उल्लंघन के तहत कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल 185 लोगों की पहचान कर ली है। पुलिस का दावा है कि करीब 60 ऐसे लोगों की पहचान की गई है, जिन्होंने प्रदर्शन के दिन पत्थरबाजी की थी।
 उधर, 11 सितंबर को संजौली में हिंदू संगठनों के उग्र प्रदर्शन के बाद जिला पुलिस ने अभी भी संजौली बाजार में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। वहीं मस्जिद की ओर जाने वाले रास्ते अभी भी सील हैं। बैरिकेडिंग के जरिये सभी रास्तों को बंद किया गया है।
‘प्रदर्शनकारियों का मकसद मस्जिद तक पहुंचना था’
प्रदर्शनकारियों की पहचान के लिए पुलिस ड्रोन और वीडियो की मदद ले रही है। प्रदर्शन में शामिल लोगों के आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। प्रदर्शन में कई ऐसे लोग शामिल थे, जिनके खिलाफ पहले भी कई आपराधिक केस दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक तकनीक के जरिये ज्यादातर लोगों की पहचान कर ली जाएगी। इसके अलावा पुलिस प्रदर्शन का संचालन करने वालों के बीच हुई व्हाट्सएप चैट को भी खंगाल रही है। पुलिस का दावा है कि प्रदर्शनकारियों का मकसद मस्जिद तक पहुंचना था और इसे रोकने के लिए ही बलप्रयोग करना पड़ा। इस दौरान छह पुलिस कर्मी भी घायल हो गए थे, जिनमें दो को गंभीर चोटें आई हैं।
पुलिस ने रविवार को बताया कि संजौली इलाके में एक मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने की मांग को लेकर पिछले सप्ताह यहां आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा के लिए विहिप नेताओं, पूर्व पार्षदों और पंचायत प्रमुख समेत 50 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
11 सितंबर को प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प की, बैरिकेड तोड़ दिए और पथराव किया, जबकि पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें और लाठियां चलाईं। पुलिस और महिलाओं समेत करीब 10 लोग घायल हो गए।