नई दिल्ली। बैंकों से 9000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी विजय माल्या ने भारत लौटने और अपने खिलाफ मुकदमे का सामना करने की इच्छा जताई है।
शराब कारोबारी माल्या इन दिनों भारत की ओर से प्रत्यर्पण की मांग को लेकर लंदन की कोर्ट में मुकदमे का सामना कर रहा है।
मुंबई स्थित विशेष पीएमएलए अदालत ने पिछले महीने ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की याचिका पर माल्या को समन जारी किया था। अदालत ने माल्या को 27 अगस्त को उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।
यदि माल्या 27 अगस्त को कोर्ट के समक्ष उपस्थित नहीं होता है या अदालती समन पर जवाब नहीं देता है तो उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जा सकता है।
प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई की विशेष पीएमएलए अदालत से सख्त कार्रवाई के तौर पर माल्या की लगभग 12,500 करोड़ रुपये की प्रोपर्टी जब्त करने की मांग की है। अगर माल्या 27 अगस्त को भारत नहीं पहुंचता है तो उससे जुड़ी संपत्तियां जब्त की जा सकती हैं। इसलिए उसने भारत लौटकर मुकदमे का सामना करने की इच्छा जताई है।
उसने भारतीय अधिकारियों से इच्छा जताई कि वह भारत में जारी कानूनी प्रक्रिया में शामिल होना चाहता है और खुद के खिलाफ भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश के तहत हुई हालिया कार्रवाई का सामना करना चाहता है।