नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से ‘वन रैंक वन पेंशन’ (ओआरओपी) की अधिसूचना जारी किए जाने के बाद आज पूर्व सैनिकों ने वीरता पुरस्कार लौटाने शुरू कर दिए हैं।
यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विस मैन के अध्यक्ष मेजर जनरल सतबीर सिंह ने बताया कि सोमवार से शुरू हुई इस मुहिम में देश के कई स्थानों से पूर्व सैनिक शामिल हुए। ओआरओपी पर सरकार की अधिसूचना से असंतुष्ट पूर्व सैनिकों ने इस बार काली दिवाली मनाने का भी फैसला किया है।
सतबीर सिंह ने अधिसूचना को छलावा बताते हुए कहा कि सरकार की योजना वन रैंक वन पेंशन नहीं बल्कि वन रैंक कई पेंशन की है। कुछ पूर्व सैन्य अधिकारियों ने मंगलवार को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के टर्मिनल एक पर अपने पुरस्कार लौटा दिए।
इंडियन एक्स-सर्विसमेन मूवमेंट के जनरल सेके्रटरी वी.के. गांधी ने कहा कि सरकार की अधिसूचना वन रैंक वन पेंशन की हत्या करने जैसी है। ओआरओपी की परिभाषा के तहत एक सीनियर अधिकारी को अपने जूनियर से कम पेंशन नहीं मिलनी चाहिए, लेकिन सरकार की अधिसूचना के अनुसार सीनियर अधिकारियों को जूनियरों से कम पेंशन मिल रही है। हम इसे पूरी तरह खारिज करते हैं।
चंडीगढ़, पंचकूला, जालंधर, अमृतसर, पटियाला रोहतक, हिसार व अंबाला में भी पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार की ओर से जारी वन रैंक वन पेंशन अधिसूचना के विरोध में अपने पुरस्कार लौटाए हैं।