न्यूज नजर। देशभर में लॉकडाउन के कारण बंद पड़े धार्मिक स्थल और सुप्रसिद्ध मंदिरों को खोले जाने की कई राज्यों से मांग उठने लगी है। भक्त जल्द ही अपने-अपने भगवान के दर्शन कर सकेंगे। अगर सब कुछ संभव हुआ तो आगामी 1 जून से देश के सुप्रसिद्ध मंदिर खोले जा सकते हैं। लेकिन शर्तों के साथ भक्तों को मंदिरों में प्रवेश करना होगा। कई राज्यों से मंदिरों और धार्मिक स्थलों को खोले जाने की मांग के साथ उठे लगी है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा बुधवार को कहा कि राज्य में 31 मई के बाद से सभी मंदिर, मस्जिद और चर्चों को आम जनता के लिए फिर से खोल दिया जाएगा। श्रद्घालु पहले की तरह मंदिरों में पूजा कर सकेंगे, लेकिन उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों के संचालन को लेकर एक विस्तृत गाइडलाइन तैयार की जाएगी। कर्नाटक में कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के चलते दो महीने से अधिक समय से श्रद्धालुओं के लिए बंद हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार ने 1 जून से मंदिर खोलने का फैसला किया है। सभी लोगों को उस गाइड लाइन का पालन करना होगा।
लॉकडाउन में बंद देश के धार्मिक स्थलों को खोले जाने की उठने लगी मांग
ऐसे ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से भी धार्मिक स्थलों और मंदिरों को खोले जाने की मांग जोर पकड़ रही है। इन दोनों राज्यों में मंदिरों के पुजारियों और भक्त भी राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मंदिरों को खोले जाने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के वैष्णो माता का मंदिर भी खोलने पर केंद्र सरकार विचार कर सकती है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर धार्मिक स्थल खोलने की मांग की थी।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने भी बीते दिनों प्रदेश भर के मठ मंदिर खोले जाने की मांग उठाई थी उन्होंने कहा था, लगभग पिछले दो महीने से मंदिरों के बंद होने की वजह से पुजारियों और अन्य कर्मचारियों की रोजी-रोटी पर भी असर पड़ रहा है। जब राजस्व के लिए सरकार शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे सकती है, तो दूसरी दुकानें और मंदिरों को भी खोलने की अनुमति दे देनी चाहिए।
केंद्र सरकार पांचवें लॉकडाउन में धार्मिक स्थलों खोलने की दे सकती है छूट
चौथे लॉकडाउन को समाप्त होने को है। ऐसे में केंद्र सरकार और राज्य सरकार पांचवें लॉकडाउन की तैयारी करने में जुट गई है। कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड राज्यों की मांग पर लॉकडाउन के पांचवें चरण में केंद्र की ओर से धार्मिक स्थलों को खोलने की छूट दी जा सकती है, लेकिन नियम और शर्तें लागू रहेंगी। धार्मिक स्थल पर कोई भी मेला या महोत्सव मनाने की छूट नहीं होगी। साथ ही अधिक संख्या में लोग इकट्ठा नहीं होंगे। मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगा पांचवें लॉकडाउन के दौरान सभी जोन में सैलून और जिम को खोलने की इजाजत दी जा सकती है, सिर्फ कंटेनमेंट जोन छोड़कर। हालांकि इस चरण में किसी स्कूल, कॉलेज-यूनिवर्सिटी को खोलने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। अब जल्द ही भक्त अपने भगवान के दर्शन कर सकेंगे।