कानपुर। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रतिभा गौतम के शव को टेम्पो में रखकर पोस्टमार्टम भेजे जाने के विरोध में गुरूवार को अधिवक्ता हड़ताल पर चले गए। बार एसोसिएशन के समर्थन में लायर्स एसोसिएशन ने भी हड़ताल कर दी। अधिवक्ताओं के अचानक हड़ताल पर जाने से वादकारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार को सर्किट हाउस स्थित सरकारी आवास में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रतिभा गौतम का शव मिला था। कार्यवाही में पुलिस की घोर संवेदनहीनता उस वक्त देखने को मिली जब महिला जज का शव पुलिस ने टेम्पो से पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसी बात को लेकर नाराज अधिवक्ताओं ने एक दिवसीय हड़ताल करते हुए पुलिस द्वारा महिला जज के शव का अपमान किए जाने का आरोप लगाया।
बार एशोसिएशन के अध्यक्ष तरुणेन्दू कुमार बाजपेयी ने गुरूवार को कहा कि इस केस की जांच राष्ट्रपति के द्वारा नामित अधिकारी से कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक न्यायिक अधिकारी के शव को इस तरह ले जाना अपमानजनक है। बार महामंत्री योगेन्द्र अवस्थी का कहना है कि शव को ले जाने के लिए सरकार की तरफ से वाहन मौजूद है। एक न्यायिक मजिस्ट्रेट के शव को ले जाने के लिए उसका उपयोग न करना पुलिस अधिकारियों की लापरवाही है।
बताते दें कि शव को ले जाने के सम्बंध में कानपुर देहात के जिला जज द्वारा कानपुर मण्डल के कमिश्नर, डीएम और एसएसपी को नोटिस दी जा चुकी है। वकीलों को इंतज़ार है कि इस सम्बंध में क्या जवाब आता है, उसी के आधार पर बार एसोसिएशन अपनी नीति तय कर आगे का कदम उठाएगा। हड़ताल के चलते कानपुर अदालत में आए वादकारियों को समस्याओं को सामना करना पड़ा है।