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लम्बे संघर्ष के बाद मिला मंत्रालयिक कर्मचारियों को अपना हक

कार्यालय पद्धति के अध्याय 03 के अन्तर्गत शिक्षा विभाग के अधीन संस्थापन अधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारियों के कार्य निर्धारण

बीकानेर/ अजमेर । कार्यालय पद्धति के अनुसार शिक्षा विभाग में संस्थापन अधिकारियों ओर प्रशासनिक अधिकारियों के कार्य आवंटन की माँग को आखिरकार विभाग के संघ की मंशा ओर दिए गए प्रस्ताव के अनुरूप ही स्वीकार कर लेने से विभाग के मंत्रालयिक कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई।
 गौरतलब है कि यह पंजिका गत पाँच वर्षों से भी अधिक समय से अटकी हुई थी । शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ लम्बे समय से इसके कार्य विभाजन को संघ के प्रस्ताव के अनुरूप ही स्वीकार करने की मांग पर अड़ा था। अब संस्थापन अधिकारी ओर प्रशासनिक अधिकारी भी विभागाध्यक्ष के सहायक अनुभाग अधिकारी के रूप में संस्थापन ओर प्रशासनिक का कार्य कर सकेंगे । प्रशासनिक अधिकारी भी सयुक्त निदेशक सम्भाग कार्यालयों मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों विशिष्ट संस्था कार्यालयों में सहायक कार्यालयअध्यक्ष में समस्त संस्थापन एवं प्रशासनिक कार्यो का भी उत्तरदायित्व का निर्वहन करेंगे। इस आदेश पर राजस्थान के शिक्षा विभाग के मंत्रालयिक कर्मचारियों में बहुत उत्साह था और लेट लतीफ होने से भारी रोष उतपन्न हो गया था। विभाग के संघ ने आज फिर संघ कार्यालय में सोशल मीडिया के माध्यम से मीटिंग की ओर शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी से सोमवार को पुनः चर्चा की गई।
निदेशक ने संघ की माँग ओर प्रदेश के कार्मिकों के भारी रोष को देखते हुए संघ के प्रस्ताव को मानते हुए आदेश जारी कर दिए। जिसके लिये संघ ने निदेशक का आभार जताया।
 संघ ने अनेकों पत्र शिक्षा मंत्री को दिए। उन्होंने मंत्री का भी आभार पत्र प्रेषित किया गया। केबिनेट मंत्री डाॅ बी डी कल्ला को भी ज्ञापन दिए गए थे और वार्ता की गई थी। संघ ने उनका भी आभार जताया। प्रदेश के सभी कार्मिकों का भी आभार जताया जो कि संघ के आवाह्न पर अनेकों ज्ञापन देकर प्रशासन पर दबाव बनाने में सहयोग किया। आज निदेशक से हुई मीटिंग में गिरजा शंकर आचार्य विष्णु पुरोहित सहित कर्मचारियों ने वार्ता की।
निदेशक से मिलने से पूर्व संघ के संस्थापक मदन मोहन व्यास, प्रदेश संरक्षक राजेश व्यास, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विष्णु पुरोहित, प्रदेशाध्यक्ष गिरजाशंकर आचार्य ने संघ की मीटिंग रखी। इसमें पूरे प्रदेश के पदाधिकारियों ने भी सोशल मीडिया द्वारा अपने विचार रखे।
जिनमे मुख्य रूप से मनोज वर्मा संभाग अध्यक्ष अजमेर ने ज़िला अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए टोंक,भीलवाड़ा , नागौर से उनके नाम की अनुशंसा की ।
टेलीफ़ोनिक मीटिंग में पीराराम शर्मा प्रदेश उपाध्याय , पुनम चन्द ब्यास जोधपुर ,ललित मोहन जयपुर श्री गोविन्द श्रीमाली श्रीपंकजभटनागर  कमलनारायणआचार्य श्री अजय आचार्य  श्री मुकेश बोहरा पाली बाडमेर श्री गिरिराज हर्ष श्री जितेन्द्र माथुर अनुप नलावत जयपुर संदीप धबाई  जयपुर औम सारडा जोधपुर श्री  श्री कमल बाबेल उदयपुर  श्री देवराज जोशी श्री महेन्द्र रंगा श्री राजेन्द्र चौधरी  श्री के के कल्ला पीए श्री नीरज भटनागर श्री महेन्द्र सिह सीकर श्री सुरेश कुमार झुन्झुनू
श्री कुलदीप ढाका चुरू श्री हरीश पालीवाल उदयपुर  श्रीआईदानसिहजैसलमेरः श्री दुर्जन सिह बाडमेर श्री राकेश मोड चितौड श्री हरिराम भांभु चुरू श्री लक्ष्मीकांत शर्मा फतेहपुर श्री सुनिल शर्मा अलवर अजय केवलिया पोकरण श्री कुंज बिहारी जोशी अलवर श्री मुकेश बुंदी श्री विक़म बेक्लीवाल बांसवाड़ा श्री इन्द़ सिह देवडा सिरोही श्री शिवकुमार कल्ला श्री गोपाल कल्ला जोधपुर श्री राकेश शर्मा सीकर श्री राधेश्याम थानवी फलोदी जितेन्द्र आचार्य बंशीलाल जोशी गोकुल साखला कुलदीप जोशी संजीव पंवार महेश आचार्य विश्वप्रिय आचार्य कमलेश हर्ष मुल चंद आचार्य घनश्याम पंवार केकड़ी डॉ श्याम व्यास
कन्हैया लाल किराडु  रामेश्वर औझा महावीर गुजर प़वीण गहलोत मग्तु श्रीमाली गोविन्द सिह राजपुरोहित   रधुवीर सिंह राठौड़ बाडमेर  सुरेन्द्र कुमार शर्मा अजमेर बी सी पाण्डे चितौड़ श्री महेश रंगा श्रीअविकान्त पुरोहित श्री अमरनाथ व्यास नबाब अली हरि शर्मा विनय गोस्वामी जितेंद्र  चौधरी आदि पूरे राजस्थान से पदाधिकारियों ने अपनी बात रखी ।