नई दिल्ली। रोहणी स्थित आध्यात्मिक आश्रम के प्रमुख वीरेंद्र देव दीक्षित के बारे में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। आश्रम से मुक्त कराई गई युवतियों ने बताया कि बाबा रोज सेक्स पावर की दवाइयां खाकर एक साथ 10 लड़कियों से मालिश कराता था। उसका लक्ष्य 60 हजार युवतियों से शारीरिक सम्बंध बनाना था। आश्रम में इन युवतियों को बंदी बनाकर रखा जाता था।
राम रहीम के बाद वीरेंद्र देव का चेहरा बेनकाब हुआ है। वह स्वयं को कृष्ण कहता था। दीक्षित के खिलाफ हाईकोर्ट में सीमा शर्मा ने अर्जी लगाकर आरोप लगाया है कि वह रोजाना 10 लड़कियों को ड्रग्स देकर उनके साथ रेप करता था। इसके साथ ही वह न्यूड लड़कियों से मालिश करवाने का भी शौकीन था।
आश्रम में अनुयायी बनकर रह चुकी एक महिला ने बाबा पर अपनी बेटियों के साथ रेप किए जाने का आरोप भी लगाया है। उसकी चारों बेटियां आश्रम में ही रहती थीं, जिनमें से एक नाबालिग है।
इस मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि हम किस युग में जी रहे हैं। कम उम्र में लड़कियों को बंधक बनाया जा रहा है उनके साथ रेप किया जा रहा है, प्रशासन कहां था। हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि जांच में किसी भी तरह की बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने आश्रम की जांच की तो उसमें सुरंग मिली जिसके जरिए वह वीआईपी मेहमानों को आश्रम में लड़कियां सप्लाई करता था।
आश्रम में दो दिन तक चले सर्च ऑपरेशन के दौरान करीब 40 युवतियों व किशोरियों को मुक्त कराया गया।
आश्रम में मिली अश्लील किताबें
आश्रम में आध्यात्मिक शिक्षा से जुड़ी एक भी किताब नहीं मिली। वहां से अश्लील किताबें मिली हैं। आश्रम के कमरों की तलाशी लेने पर काफी मात्रा में दवाइयां और सीरिंज भी मिली हैं।
वहां पानी जैसा तरल पदार्थ भी मिला है। इसे पीने के चंद मिनट के अंदर चक्कर आने लगता है। पुलिस यह पता लगा रही है कि इनका इस्तेमाल क्यों किया जा रहा था।