मुजफ्फरपुर। लीची के बागानों के लिए मशहूर मुजफ्फरपुर में मस्तिष्क ज्वर (चमकी बुखार) सहित अन्य अज्ञात बीमारी की वजह से अब तक 54 बच्चों की मौत हो चुकी है। जबकि 203 बच्चे बीमार हैं।
इन मौतों की वजह हाइपोग्लाइसीमिया और अन्य अज्ञात बीमारी है। इस बीच सीएनएन की एक रिपोर्ट में इन मौतों की वजह को लीची भी बताया गया है।इससे लीची कारोबारियों में हड़कम्प मचा है।
रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि लीची में पाया जाने वाले एक विषैले तत्व की वजह से यह मौतें हो रही हैं। बिहार सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम नाम की बीमारी का असर इंसानी दिमाग पर बुखार के रूप में पड़ता है। बताया जा रहा है कि कच्ची या सड़ी लीची में एक जहरीला पदार्थ होता है। मृतक बच्चों के खून में इसी पदार्थ के अंश पाए गए हैं। इनमें ज्यादातर बच्चे लीची के बागानों में ही खेलते रहते थे और वहीं लीची खाकर भूख मिटा लेते थे। अत्यधिक लीची सेवन को भी उनकी मौत का जिम्मेदार माना जा रहा है।