लखनऊ। विधान सभा में गणतंत्र दिवस को लेकर कड़ी सुरक्षा का दावा करने वाले राजधानी पुलिस प्रशासन की पोल उस वक्त खुल गई। जब भूमाफियाओं से प्रताड़ित अधेड़ ने मंगलवार को परेड रिहर्सल के बीच विधानसभा में आत्मदाह की कोशिश की। पुलिस ने उसे बचा लिया और कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
सांकेतिक चित्र
ठाकुरगंज के मलाई टोला बालागंज का में रहने वाले बुजुर्ग मुन्ना (52) प्राइवेट नौकरी करता है।
आरोप है कि सपा पार्षद अनुराग पांडेय ने भूमाफियाओं के साथ मिलकर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया हैं। जब उसने न्याय की गुहार लगाई तो पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद पीड़ित थाना, तहसील दिवस, अधिकारियों के कार्यालय आवास के चक्कर काटता रहा पर कोई सुनवाई नहीं हुई। भूमाफियाओं और दंबगो की उत्पीड़न से आहत होकर मंगलवार को वह विधान सभा पहुंच गया और केरोसीन डालकर खुद को आग के हवाले कर लिया।
पीड़ित ने वारदात को उस समय अंजाम दिया जब गणतंत्र दिवस के परेड रिहर्सल चल रही थी। मुस्तैद पुलिस कर्मियों ने अधेड़ को बचाया और थाने ले आए।
चौकी इंचार्ज संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि पीड़ित की पूरी बात सुनकर संबंधित थाने में भेज दिया गया हैं।