मुंबई. मौत तो एक न एक दिन आनी ही है. मौत का सामना करते हुए आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आएगा? आप किसको याद करेंगे ? इसका जवाब अभी किसी के पास नहीं होगा. हालांकि, अमेरिका के कुछ डॉक्टरों ने इस पर सनसनीखेज खुलासा किया है और बताया कि मरने से ठीक ज्यादातर लोग कौन से दो शब्दों का इस्तेमाल करते हैं.
सैन फ्रांसिस्को की डॉक्टर मीना चांग ने बताया कि ज्यादातर मरीज कहते हैं : ‘मुझे कोई पछतावा नहीं है’. धर्मशाला की नर्स जूली मैकफैडेन ने कहा कि बुजुर्ग लोग अक्सर परिवार से अलग होने या बहुत अधिक काम करने के लिए खेद व्यक्त करते हैं. अपनी मां या पिताजी को बुलाते हैं, भले ही वे बहुत पहले गुजर गए हों.
कई लोग एक्स ब्वॉयफ्रेंड को भी याद करते हैं, भले ही जिसे उन्होंने वर्षों में नहीं देखा हो. दोनों डॉक्टर बेहद बीमार लोग, जो अब कभी भी मर सकते हैं, का ख्याल रखते हैं. इन्होंने बहुत सारे लोगों को अपनी आंखों के सामने दम तोड़ते देखा है.
I LOVE YOU बोलते हैं, माफी मांगते हैं
डॉ. चांग के मुताबिक, बहुत सारे लोग अपने प्रियजनों को याद करते हैं. उन्हें I LOVE YOU बोलते हैं. माफी मांगते हैं और यह भी कहते हैं कि मैं तुम्हें माफ करता हूं. कुछ लोग अलविदा जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल करते हैं. डॉ. चांग ने कहा, मरीजों के साथ उनके जीवन के अंत तक रहना, उनका साथ देना बेहद खास पल है. हम भाग्यशाली हैं कि उस क्षण का हिस्सा बन पाते हैं.
त्वचा के रंग में बदलाव, बुखार आता अंत समय
लॉस एंजिल्स, कैलिफ़ोर्निया की नर्स जूली मैकफैडेन ने सात साल से अधिक समय तक धर्मशाला देखभाल में काम किया है और 15 से अधिक वर्षों से नर्स हैं. जूली टिकटॉक पर अपने अनुभव शेयर करती हैं. उनके अभी 12 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और इस वीडियो को लगभग 1.3 करोड लोग देख चुके हैं.
लॉस एंजिल्स, कैलिफ़ोर्निया की नर्स जूली मैकफैडेन ने सात साल से अधिक समय तक धर्मशाला देखभाल में काम किया है और 15 से अधिक वर्षों से नर्स हैं. जूली टिकटॉक पर अपने अनुभव शेयर करती हैं. उनके अभी 12 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और इस वीडियो को लगभग 1.3 करोड लोग देख चुके हैं.
जूली ने बताया कि मौत से ठीक पहले उसने अपने ज्यादातर मरीजों के सांस लेने के तरीके में बदलाव होते देखा. इसके अलावा त्वचा के रंग में बदलाव, बुखार आना, बार-बार करीबियों के नाम लेना आदि लक्षण भी दिखे. एक और वीडियो में जूली कहती हैं कि दम तोड़ने से पहले उसके ज्यादातर मरीजों को परछाइयां दिखने लगती हैं. परछाइयों में वो अपने मर चुके करीबियों को देखते हैं.