नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और जनसंघ संस्थापक पंडित दीन दयाल उपाध्याय की पत्रिका ‘राष्ट्र धर्म’ अब संकट में है।
विडम्बना यह है कि इंदिरा गांधी के आपातकाल तक में जो पत्रिका बन्द नहीं हुई, वह मोदी राज में बंद होने जा रही है।
दरअसल सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन DAVP ने पत्रिका की मान्यता खत्म कर दी है। पत्रिका को भेजे नोटिस में कहा गया है कि वर्ष 2016 से इसकी एक भी कॉपी DAVP को नहीं भेजी गई है।
उधर राष्ट्र धर्म के मैनेजमेंट का कहना है कि फिलहाल उन्हें नोटिस नहीं मिला है, अगर ऐसा है तो कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी।
मालूम हो कि DAVP ने 804 पत्र पत्रिकाओं की मान्यता रद्द की है। इनमें अटलजी और पंडित उपाध्याय की यह पत्रिका भी शामिल है। उन्होंने वर्ष 1947 में इसकी शुरुआत की थी।
यह भी पढ़ें
शुक्र है वाजपेयी जी की याददाश्त कमजोर हो गई !
http://www.newsnazar.com/international-news/शुक्र-है-वाजपेयी-जी-की-याद