नई दिल्ली। गल्वन घाटी में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद से मोदी सरकार एक्शन में है। प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार सुबह अचानक लेह पहुंच गए। जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए वह पहले लेह और फिर नीमू गए। उनके साथ में सीडीएस विपिन रावत, सेना प्रमुख नरवणे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का काफिला भी था। पीएम मोदी ने सीमा पर 11 हजार फीट ऊंचाई पर स्थित अग्रिम मोर्चे नीमू का जायजा लिया और जवानों से बारीकी से क्षेत्र की जानकारी ली।
मोदी अचानक ही आज सुबह लेह पहुंच गए और थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की। नीमू करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है जो सबसे कठिन परिस्थिति वाली जगह मानी जाती है। बताया जा रहा है कि लेह दौरे से लौटकर मोदी दिल्ली में रक्षा मंत्री समेत वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक लेंगे।
मालूम हो कि मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जो कई बार सीमा पर जाकर सैनिकों का मनोबल बढाते रहे हैं। ताजा हालातों में उन्होंने लेह पहुंचकर साफ कर दिया कि चीन और पाकिस्तान की हरकतों को भारत चुप नहीं है।