नई दिल्ली. दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कई महीनों तक बलात्कार करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया है. हैवानियत में पति का साथ देने पर अधिकारी प्रेमोदय खाखा की पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया है. दूसरी ओर, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि उन्हें अस्पताल में नाबालिग पीड़िता से मिलने नहीं दिया गया.
नाबालिग के साथ रेप की घटना सामने आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्य सचिव नरेश कुमार से अधिकारी को निलंबित करने को कहा था, जिसके उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव नरेश कुमार से सोमवार शाम पांच बजे तक इस मामले में रिपोर्ट मांगी है. आरोपी प्रेमोदय खाखा और उसकी पत्नी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले हिरासत में लिया था.
अधिकारी नाबालिग का पारिवारिक मित्र था, जिसकी उम्र 17 साल के बीच बताई जा रही है और वह 12वीं कक्षा की छात्रा है. 2020 में उसके पिता की मृत्यु के बाद, आरोपी उसे अपने घर ले आया था. पीड़िता अक्टूबर 2020 से फरवरी 2021 तक आरोपी के घर में रहती थी, जिस दौरान कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया गया और उसके रिश्तेदार द्वारा शारीरिक रूप से छेड़छाड़ की गई और बार-बार बलात्कार किया गया.
पत्नी ने नाबालिग का कराया गर्भपात
इस मामले में सामने आई चौंकाने वाली जानकारी के अनुसार, जब नाबालिग महीनों के दुर्व्यवहार के बाद गर्भवती हो गई, तो उसे आरोपी की पत्नी द्वारा गर्भपात के लिए मजबूर किया गया. नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोपी दिल्ली सरकार के अधिकारी पर डीसीपी उत्तरी जिला सागर सिंह कलसी कहते हैं, ‘हमने इस मामले के संबंध में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
उनमें से एक 51 साल के प्रेमोदय खाखा हैं, वह महिला एवं बाल विकास विभाग में उप निदेशक हैं.’ पुलिस ने कहा, ‘दूसरी आरोपी उसकी पत्नी सीमा रानी है, जो 50 साल की है… आरोपी पीड़िता के पिता की मृत्यु के बाद उसका स्थानीय अभिभावक था. पीड़िता का इलाज चल रहा है और फिलहाल उसकी हालत स्थिर है. हमने गिरफ्तार कर लिया है सीमा रानी को भी घटना की जानकारी थी और वह गर्भपात कराने में शामिल रही है. जांच जारी है.’