नई दिल्ली। लोन धोखाधड़ी मामले में देश से बाहर गए शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय अब कोई भी समन जारी नहीं करेगा। इससे पहले निदेशालय द्वारा माल्या के खिलाफ गत 9 अप्रैल को एक समन जारी किया गया था लेकिन माल्या फिर भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए।
माल्या द्वारा ईडी के समक्ष पेश नहीं होने के बाद अब ईडी अधिकारी यह तय करने में लगे हैं कि माल्या का पासपोर्ट जब्त किया जाए या फिर वह सीधे अदालत में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट लेने जाएंगे। संभवत इस मामले में सोमवार शाम तक फैसला लिया जाएगा। ईडी के अधिकारियों ने इससे पहले संकेत दिया था कि गत 9 अप्रैल को जारी समन के तहत संभवत: माल्या को भेजा जाने वाला आखिरी समन है। माल्या इसके बावजूद प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश नहीं हुए थे। ईडी माल्या के खिलाफ कानूनी विकल्पों पर कार्रवाई करने पर भी विचार कर रहा है।
900 करोड़ के लोन घोटाले के मामले में ईडी द्वारा माल्या के खिलाफ लगातार तीन बार समन जारी किया जा चुका है। गत 9 अप्रैल से पहले माल्या के खिलाफ 18 मार्च और 2 अप्रैल को भी ईडी ने समन भी जारी किया था। इसके बावजूद विजय माल्या प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश नहीं हुए है। माल्या ने निदेशालय के नोटिस का जवाब देने के लिए उन्होंने मई तक का समय मांगा है ताकि वह निजी तौर पर पेश हो सकें।